गरीबोन्मुखी परियोजना में तीसरे वर्ष की कार्ययोजना के लिये निगम के अधिकारी और विशेषज्ञ बैठे
ग्वालियर दिनांक 23.02.2009- नगर निगम ग्वालियर में गरीबोन्मुखी परियोजना के तहत 2 वर्ष पूर्व धीमी गति से प्रारंभ हुये कार्य पिछले कुछ माह में अब जमीन पर दिखाई देने लगे है और प्रोजेक्ट उत्थान अपनी पर्याप्त गति पकड़ चुका है । यही गति रही तो शीघ्र ही हमारी मलिन बस्तियों की शक्ल बदल जायेगी। उक्त उद्गार महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा आज म0प्र0 गरीाबोन्मुखी परियोजना के तहत ग्वालियर में संचालित प्रोजेक्ट उत्थान के तीसरे वर्ष के कार्य योजना बनाने के लिये आयोजित कार्यशाला में उदघाटन पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट उत्थान के तहत 3 वर्ष पूर्व नगर निगम में प्रशासित सुधार व अधोसंरचना विकास के कार्य प्रारंभ किये गये। आने वाले 5 साल तक इस योजना के तहत हमें लगभग 60 करोड़ के विकास कार्य करने है। इसलिये विकास की गति बढ़ानी होगी। कार्यशाला के प्रारंभ में डी.एफ.आई.डी के नोडल आफीसर देवेन्द्र चौहान द्वारा विगत 2 वर्ष में किये गये कार्यो की जानकारी दी। उन्होने बताया 2 वर्ष में इस योजना के तहत 13 करोड़ 55 लाख रूपये के कार्यो के टेंडर हो चुके है। 5 वर्षीय कार्यक्रम के तहत ग्वालियर तक योजना के सभी कार्य पूर्ण कर लिये जावेंगे। पिछले वर्ष की कार्य योजना में मुख्य घटक क्षमतावृध्दि था। जिसने 4 उपनगरीय कार्यालयों की स्थापना की गयी तथा सिटीजन सर्विस सेंटर तथा निगम की सम्पत्तियों के डाटा एकत्रीकरण का कार्य बहुआयामी सर्वेक्षण तथा जी.आई.एस मेप के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया। जो तेज गति से गतिशील है। आज की कार्यशाला में आगामी वर्ष की कार्य योजना में शामिल करने के लिये जो प्रमुख सुझाव आये उनमें नगर निगम के व्हीकल्स वाहनों की मॉनिटरिंग के लिये उपकरण क्रय करने हैरिटेज मेनेजमेंट के तहत टाउन हॉल के विकास का प्रकरण भी डी.एफ.आई.डी. विशेषज्ञ की नियुक्ति करने, धरती में भूजल को रिचार्ज करने के लिये कार्य योजना तैयार करने के प्रस्ताव शामिल किये गये। शिविर समस्या के निदान के लिये सीवर सक्शन मशीन, सफाई कर्मचारियों के लिये गैस मास्क, दस्ताने प्रत्येक क्षेत्र कार्यालय में एक फोगिंग मशीन एक डिलिंग मशीन क्रय किये जाने पर सहमति बनी । नगर निगम के सहायकयंत्री पवन सिंघल द्वारा सुझाव दिया गया कि बिल्डिंग का एक सॉफ्टवेयर पूना नगर निगम में प्रचलित है। यदि उक्त सॉफ्टवैयर आगामी कार्ययोजना में क्रय किया जाता है तो वह भविष्य में बिल्डिंग परमिशन के कार्य में पारदर्शिता लाने के लिये उपयोगी होगा। साथ ही उन्होने दूसरे एक्शन प्लान में बन रही टेस्टिंग लेब के अपग्रेडेशन की व्यवस्था हेतु भी तीसरे एक्शन प्लान में राशि रखे जाने का सुझाव दिया ताकि टेस्टिंग लैब के आपरेशन तथा रख रखाव का कार्य सुचारू रूप से हो सकें । उन्होंने इंजिनियरों के लिये एक लायब्रेरी बनाने का सुझाव दिया । श्री सिंघल के सभी सुझावों को मान्य किया गया । उक्त के अतिरिक्त निगम के रिकार्ड शाखा के रख रखाव हेतु डाक्यूमेंट मेंनेजमेंट सिस्टम का कार्य भी शामिल किये जाने का सुझाव स्वीकार किया गया । इस सिस्टम के शामिल होने से आधुनिक मशीनों की सहायता से रिकार्ड को सुरक्षित रखा जा सकेगा। बैक में कार्यशाला में निगम के 154 हाइमास्टो के रख रखाव हेतु मिनी हाइड्रोलिक मशीन क्रय करने का भी प्रस्ताव आगामी एक्शन प्लान में रखा गया । पार्क विभाग के लिये 20 क्षेत्रीय कार्यालयों के लिये एक-एक खरपतवार हटाने की मशीन खरीदने का प्रस्ताव पास किया गया।
इस कार्यशाला के आयोजन में प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र सिंह तोमर, जल प्रभारी व पार्षद दतात्रेय भालेराव, पार्षद गंगा देवी टेलर, निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, अपर आयुक्त विनोद शर्मा, अपर आयुक्त कोशलेन्द्र सिंह भदौरिया, जनसम्पर्क अधिकारी नगर निगम डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।
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