सोमवार, 16 फ़रवरी 2009

प्रोफेसरों का उद्यमिता प्रशिक्षण सम्पन्न

प्रोफेसरों का उद्यमिता प्रशिक्षण सम्पन्न

ग्वालियर 15 फरवरी 09। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रवर्तित दो सप्ताह के फेकल्टी डब्लपमेंट प्रोग्राम इन्टरप्रिन्यिोरशिप का आयोजन होटल शिवालय रूप सिंह स्टेडियम के सामने 2 से 14 फरवरी तक उद्यमिता विकास केन्द्र म प्र. सेडमैप ग्वालियर द्वारा किया गया।

       इस कार्यक्रम में पी जी. कॉलेज अम्बाह, जी एल एस. कॉलेज, बानमौर, गर्ल्स कॉलेज शिवपुरी, एम एल बी. साइंस, भगवत सहाय, के आर जी. जीवाजी विश्वविद्यालय के कुल 21 प्रोफेसरों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण में ई डी आई आई. अहमदाबाद के श्री तरूण वेदी ने एन एस टी ई डी बी. उद्यमी के गुणों पर, श्री आदित्य चौबे प्रबंधक डी टी आई सी. द्वारा स्वरोजगार योजनाओं, सी ए. श्री राजेश  गुप्ता द्वारा ओनरशिप प्रा. लि., श्री अनूप चौबे द्वारा आई आई डी सी. की भूमिका, डॉ. अजय शुक्ला साइक्लोजिस्ट भोपाल द्वारा एचीवमेंट मोटीवेशन, श्री एस एल. कोरी क्षेत्रीय समन्वयक सेडमैप जबलपुर द्वारा टी. ए., श्री प्रभात कन्नोजिया द्वारा अक्षय ऊर्जा स्त्रोतों व व्यक्तित्व विकास, श्री एस सी. वर्मा डी सी. सेडमैप होशंगाबाद द्वारा पी पी आर. औद्यौगिक संभावनाओं तथा श्री एस एस. विरदी साइंटिस्ट सी एस आई आर. भोपाल द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों द्वारा विकसित कामर्शियल औद्यौगिक तकनीकों की जानकारी दी गई। इसी प्रकार श्री डी.सी. साहू डिप्टी डायरेक्टर द्वारा  एम एस एम ई. की योजनाओं, श्री राजीव अग्रवाल एबकान कन्सलटेन्ट द्वारा बाजार सर्वेक्षण, डॉ. के के. दीक्षित द्वारा मार्केटिंग मैनेजमेंट, जी आई सी टी. के श्री सैय्यद अब्बास द्वारा सफल वार्तालाप कला, शहर के प्रतिष्ठित नव उद्यमी मै. नूरटेक एण्ड फेब के श्री खालिद रहमान द्वारा अपने उद्यमीय जीवन की कहानी बड़े ही प्रभावशाली रूप से प्रस्तुत की गई। सभी प्रशिक्षणार्थियों को बिरलानगर स्थित रूचि फूड्स मालनपुर की बी आर एस. फूड्स आदि औद्यौगिक इकाईंयों का भ्रमण भी कराया गया।

       प्रशिक्षण का समापन श्री बी एस. परिहार अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा द्वारा 14 फरवरी को किया गया। उन्होंने सभी प्राध्यापको को उद्यमिता की भावना से अपने-अपने छात्रों को लाभान्वित करने का आह्वान किया और कहा कि छात्रों को उद्योग लगाने हेतु प्रोत्साहित करें। प्रशिक्षण का संचालन सेडमैप के क्षेत्रिय समन्वयक मनोज सक्सेना द्वारा किया गया। उन्होंने सभी प्राध्यापकों को प्रशिक्षण में पूरे मनोयोग से भाग लेने पर धन्यवाद दिया। प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी साइन्स कॉलेज की श्रीमती नीलिमा भटनागर द्वारा दी गई तथा डॉ. प्रसाद हेड वायोटेक विभाग द्वारा कार्यक्रम के बारे मे फीडवैक दिया गया।

 

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