दूरस्थ ग्रामों में पहुंचकर रोजगार गारण्टी योजना के कार्यों का कलेक्टर ने लिया जायजा
अच्छा काम करने वाली पंचायतों को मिलेंगी विकास की सौगातें
ग्वालियर 26 फरवरी 09। जिले की जनपद पंचायत मुरार व डबरा के दूरस्थ ग्रामों मे रोजगार गारण्टी योजना के तहत चल रहे रोजगार मूलक कार्यों का आज जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ जायजा लिया। जिला कलेक्टर को भ्रमण के दौरान जिन ग्राम पंचायतो में इस योजना के कार्यों में अधिक संख्या में श्रमिक काम करते मिले वहाँ के सरपंच व सचिव को उन्होंने आश्वस्त किया कि ऐसी पंचायतों को विकास की और भी सौगातें मिलेंगी। गौरतलब है कि रोजगार गारण्टी योजना के तहत जिले के ग्रामीण अंचल में जरूरतमंदों को गाँव के नजदीक ही रोजगार मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष मुहिम चीलाई जा रही है। इस मुहिम के तहत ग्रामीण अंचल में न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार मूलक काम खोले जा रहे है बल्कि कार्यों की सतत् निगरानी भी रखी जा रही है, ताकि श्रमिकों को समय से भुगतान हो सके, साथ ही यादि और रोजगार की आवश्यकता हो तो वहाँ नये कार्यों को मंजूरी दी जा सके। इसी सिलसिले में जिला कलेक्टर आज भ्रमण पर निकले थे।
जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने आज जनपद पंचायत डबरा की दूरस्थ ग्राम पंचायत बीजकपुर के अन्तर्गत रोजगार गारण्टी योजना के तहत बनाई जा रही मिट्टी सड़क का जायजा लिया। करीबन 4 लाख 97 हजार रूपये की लागत से बनाई जा रही इस सड़क पर 55 श्रमिक काम करते मिले। इन श्रमिकों में महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक थी। कलेक्टर ने इससे पहले जनपद पंचायत मुरार की ग्राम पंचायत बड़ोरी में इस योजना के तहत रेलवे फाटक से लौंड़रा तक करीबन 4 लाख 69 हजार रूपये की लागत से तथा ग्राम पंचायत अड़ूपुरा में 4 लाख 73 हजार रूपये की लागत से निर्माणाधीन मिट्टी की सड़कों का मुआयना किया। उन्होंने इसी जनपद पंचायत के अन्तर्गत ग्राम रवार में डब्ल्यू.बी.एम. सड़क का काम भी देखा। रोजगार गारण्टी योजना व स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के संयोजन से ग्राम रौरा में ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई सीमेण्ट काँक्रीट खरंजे का भी उन्होंने अवलोकन किया। इस खरंजे का निर्माण करीबन 3 लाख 60 हजार रूपये की लागत से किया गया है। उक्त कार्यों के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने मस्टररोल व श्रमिकों के जॉब कार्ड भी देखे। उन्होंने इस दौरान संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपाल अधिकारियों को साफतौर पर हिदायत दी कि वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि श्रमिकों की मजदूरी समय से उनके बैंक खातों मे जमा हो जाये। उन्होंने कार्यवार नियुक्त मेट व उप यंत्रियों आदि के सहयोग से श्रमिकों के जॉब कार्ड में नियमित रूप से आवश्यक एण्ट्री कराने के निर्देश दिये। श्री त्रिपाठी ने इस दौरान श्रमिकों की समस्यायें भी सुनी और ग्राम लौंड़रा की आदिवासी बस्ती और ग्राम इमला का पुरा में नवीन हैण्डपम्प खनित कराने के लिए पी एच ई. के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये। उन्होंने ग्राम बड़ौरी, रौरा व बीजकपुर में रोजगार गारण्टी योजना के तहत तालाब व स्टॉप डेम आदि जल संरचनायें बनाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने हेतु ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया।
रोजगार गारण्टी योजना ने हमें गाँव में ही रोक लिया
रोजगार गारण्टी योजना ने हमें गाँव में ही रोक लिया। इस योजना से यदि हमारे गाँव में काम शुरू नहीं होता तो हमें न जाने कहाँ-कहाँ रोजगार की तलाश में भटकना पड़ता। यह कहना है जनपद पंचायत मुख्यालय डबरा से करीबन 25 मिलोमीटर दूर बसे ग्राम इमला का पुरा के प्रताप, भोला, ओंकार, कैलाश, कमला बाई, रामश्री, कला व लक्ष्मी आदि का। ग्राम पंचायत बीजकपुर के इस गांव में रोजगार गारण्टी योजना के तहत बनाई जा रही जिस सड़क पर ये श्रमिक काम कर रहे हैं उसका जायजा लेने जब गुरूवार को जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी पहुंचे तब इन सभी ने अपनी यह खुशी जाहिर की। इन मेहनतकस लोगों की काम के प्रति लगन व आवश्कता को देखकर जिला कलेक्टर भी प्रभावित हुए और उन्होंने इस पंचायत में तालाब सह स्टॉप डेम के रूप में एक और रोजगार मूलक काम कराने के निर्देश मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने इमला का पुरा की पेयजल समस्या के समाधान के लिये जल्द ही एक नवीन हैण्डपम्प खनित कराने की माँग भी स्वीकार कर ली और पी एच ई. के अमले को यह काम कराने के लिये मौके पर ही निर्देश भी दे दिये।
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