कुष्ठ रोग से मुक्त व्यक्तियों का सम्मान समारोह सम्पन्न
28 रोगी कुष्ठरोग से मुक्त, एम.डी.टी. रामबाण इलाज
ग्वालियर 12 फरवरी 09। आज स्थानीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केन्द्र में राष्ट्रीय कुष्ठ निवारण कार्यक्रम के तत्वावधान में आयोजित समारोह में कुष्ठ रोग से हाल की मुक्त 28 रोगियों को शाल, श्रीफल, जूते, कम्बल और दुपट्टा भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवायें डा. एस के. मीणा ने कहा कि राज्य शासन की मंशा है कि प्रदेश में एक भी कुष्ठ रोगी न रहे।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग समय समय पर विशेष अभियान चलाकर कुष्ठ रोगियों की खोज और जांच होती है तथा उनका बहु-औषधि इलाज से (एम डी टी) राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ा, उन्हें समाज और परिवार मे सम्मान का दर्जा दिलाया।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने कहा कि जिले में कुष्ठ निवारण आन्दोलन कारगर ढंग से चल रहा है। इस और गति प्रदान की जायेगी तथा जिले के कुष्ठ रोगियों को पूरी तरह मुक्त कराये जाने का हम लोगों ने संकल्प लिया है।
इस अवसर पर संचालक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केन्द्र डॉ. मोहन सिह ने कहा कि यदि कुष्ठ रोग का समय पर जांच और इलाज किया जाये तो इस रोग का शत-प्रतिशत इलाज सम्भव है। इस अभियान को संचालित करने में स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष योगदान रहा है। जिले में एक भी कुष्ठ रोगी इलाज से वंचित नहीं रहेगा। समाज में कुष्ठ रोगियों से भेदभाव नहीं होना चाहिए। इस बीमारी में रोगी के अंग सुन्न हो जाते हैं या तैलीय निशान पड़ जाते हैं या फिर चमड़ी पर चकत्ते पड़ जाते हैं।
इस अवसर पर जिला कुष्ठ निवारण अधिकारी डॉ. ए पी. श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में अभी 168 कुष्ठरोगी और है जिनकी पहचान व जांच कर इलाज चल रहा है।
कार्यक्रम में कुष्ठ से मुक्त- मनीराम बाथम, ग्यारसी राम बाथम, शान्ति बाई बघेल, मोहन सिंह कुशवाह, लियाकत शाह, नारायण सिह चौहान, किरण तोमर, लाखन कुशवाह, सन्तराम बघेल, पवनसिंह जाटव, पर्वत सिंह जाटव, खचेरा कुशवाह, इशाक खान, रामकली, पतिराम बघेल, रामेश्वर, इशाक सिकन्दर, बुध्दाराम, राजेश शर्मा, इबादत खान, अनुराधा उपाध्याय, अशोक कुशवाह, भगवान सिंह बघेल, सरमन, आजाद वाल्मीकि, वृन्दावन, कमला बाई और सुनील जैन मौजूद थे तथा कार्यक्रम में चार कुष्ठ मुक्त लोगों ने अपने संस्मरण सुनाये।
इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. ए. एम. सक्सेना ने कहा कि इस अभियान हमारे स्टॉफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिले में दो दशक से यह अभियान चल रहा है। बहुऔषधि उपचार इस बीमारी का एक रामबाण इलाज बनकर उभरा है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. एल डी. गर्ग ने किया। इस अवसर पर डॉ. कल्पना जैन सहित अनेक अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
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