छ: राष्ट्रीय दलों ने 2004 के आम चुनावों में 110 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया
वर्ष 2004 के आम चुनावों में महिलाएं अच्छी संख्या में भागीदारी करके 14वीं लोकसभा के लिए मैदान में उतरीं। महिला उम्मीदवारों की जीत का प्रतिशत लगभग 12.68 था, जो पुरुष उम्मीदवारों की जीत के प्रतिशत 9.80 से अधिक था। चुनाव मैदान में कुल 355 महिलाएं उतरीं, जिनमें से 110 उम्मीदवार छ: राष्ट्रीय दलों (बीजेपी, बीएसपी,सीपीआई,सीपीएम, आईएनसी और एनसीपी) से थीं, जबकि राज्य के दलों से 66 उम्मीदवार थीं। अन्य महिला उम्मीदवारों में 62 पंजीकृत दलों (गैर-मान्यता) से और 117 निर्दलीय उम्मीदवार थीं।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जहां 45 महिलाओं को मैदान में उतारा, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 30 महिलाओं को टिकट दिए। इनमें से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विजेता उम्मीदवारों की संख्या12 थी, जबकि पाँच महिलओं ने अपनी जमानत राशि गंवाई। भारतीय जनता पार्टी की 10 महिला उम्मीदवार निचले सदन तक पहुंचने में कामयाब हुई और तीन महिलाओं ने अपनी जमानत राशि गंवाई।
अन्य राष्ट्रीय दलों में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने कुल 20 महिलाओं को उम्मीदवार बनया था जिनमें से केवल एक उम्मीदवार चुनाव जीत पाई, जबकि 16 ने अपनी जमानत राशि गंवाई। सीपीएम और सीपीआई ने क्रमश: आठ और दो महिलाओं को टिकट दिए जिनमें से एक-एक महिला चुनाव जीतने में कामयाब हुई। एनसीपी ने पाँच महिलाओं को टिकट दिए थे, जिनमें से दो विजयी हुईं और शेष तीन की जमानत राशि जब्त की गई।
सर्वाधिक महिला उम्मीदवारों की संख्या को यदि राज्यवार देखा जाए तो 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश से 61 महिलाएं चुनावी मैदान में उतरी थीं, जिनमें से सात विजयी हुई और 37 ने अपनी जमानत गंवाई। पश्चिम बंगाल (42 सीट) में 34 महिलाएं चुनावी मैदान में उतरीं किन्तु केवल चार ही विजयी हुईं और 24 ने जमानत राशि गंवाईं। महाराष्ट्र (48 सीट) में 29 महिलाएं उम्मीदवार बनीं, जिनमें से पाँच विजयी हुईं और 21 उम्मीदवारों ने जमानत राशि गंवाई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें