कांग्रेस नेताओं के इस्तीफों का तांता, नराज नेताओं ने लगाया दलितों पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप
मुरैना 23 मार्च 09, कॉंग्रेस के दलित व पिछड़े वर्ग के नेताओं के इस्तीफे लगातार जारी हैं, कल एक ही दिन में तीन प्रमुख नेताओं के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में सन्नाटा छा गया है , साथ ही म.प्र. में कॉंग्रेस द्वारा चलायी जा रही चुनावी सोशल इंजीनियरींग ब्राह्मण पिछड़ा वर्ग संयुक्तीकरण पहले ही कदम पर ध्वस्त हो गयी है, ज्ञातव्य है नाराज ब्राह्मण पहले ही बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम चुके हैं ।
ऐसे में पिछड़े वर्ग के इने गिने नेताओं के बल पर सोशल इंजीनियर की कवायद कर रही कांग्रेस पहले मुकाम पर ही खेत हो गयी है ।
उल्लेखनीय है कि पिछड़े वर्ग के नेता के रूप में कांग्रेस केन्द्रीय राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को और ब्राह्मण को आकर्षित करने के लिये सुरेश पचौरी को अगुआ बना कर नये समीकरण बनाने में जुटी थी ।
उल्लेखनीय होगा कि इस समय ब्राह्मणों का 60- 66 फीसदी वोट बहुजन समाज पार्टी को और 15- 18 फीसदी वोट भाजपा तथा शेष वोट अनियंत्रित व दिशा हीन है, इसी शेष वोट को अपने पाले में लेने की कवायद कांग्रेस पिछले एक साल से म.प्र. में कर रही थी, लेकिन ब्राह्मणों में पचौरी प्रभावहीन ही रहे और सिंधिया के ही क्षेत्र में पिछड़े वर्ग की नाराजी और इस्तीफों ने नये कयासों को जन्म दे दिया है ।
कल इस्तीफा देने वालों में तीन प्रमुख नेता (श्यामवीर प्रजापति, डॉ रामसुमन सिंह – पूर्व विधायक, और मोहन सिंह गुर्जर) हैं । सभी नेताओं ने दलितों व पिछड़ों की कॉंग्रेस में उपेक्षा व अपमान का आरोप लगाया है ।
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