शनिवार, 29 नवंबर 2008

तानसेन समारोह की स्थानीय समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले

तानसेन समारोह की स्थानीय समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले

ग्वालियर 28 नवम्बर 08। ग्वालियर में दिनांक 5 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक होने वाले प्रतिष्ठा आयोजन ''तानसेन समारोह'' को गरिमामय ढंग से आयोजित करने हेतु संभागायुक्त डॉ कोमल सिंह की अध्यक्षता में आज स्थानीय समिति ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये। समिति ने समारोह की मंच व्यवस्था को आयोजन के अनुकूल फ्लैक्स बैनर रहित बनाने का फैसला किया। नगर के संगीत प्रेमी इस अवसर का पूरा आनंद ले सकें इस लिये दिनांक 6 दिसम्बर को स्थानीय अवकाश घोषित करवाने का भी निर्णय लिया गया। समारोह के अन्तिम दिवस 8 दिसम्बर को महान संगीतज्ञ तानसेन की जन्म स्थली पर आयोजित होने वाली संगीत सभा के लिये समिति ने दो स्थानीय कलाकार सुश्री ऋतु मसूरकर (गायन) तथा श्री अंकुंर धारकर (वायलियन) का भी सर्व सम्मति से चयन किया। तानसेन समारोह 2008 में कई ख्याति प्राप्त कलाकारों में सर्वश्री पंडित हरिप्रसाद चौरसिया , उस्ताद इमरत खान, पं छन्नूलाल मिश्र सहित युवा प्रतिभाएं इस प्रकार तीस कलाकार तथा चालीस संगत कलाकार भाग लेंगे।

       बैठक में तानसेन समारोह की पुरानी गरिमा को वापिस लाने, ग्वालियर संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति , डॉ चित्तरंजन ज्योतिषी को भविष्य में  कलाकार चयन समिति भोपाल में बतौर स्थानीय प्रतिनिधि भेजने तथा समारोह की उद्धोषणा हेतु भविष्य में प्राथमिकता के आधार पर आकाशवाणी तथा दूरर्शन से सम्बध्द स्थानीय उद्धोषकों को अवसर दिये जाने संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। उल्लेखनीय है कि पूर्व में प्रख्यात गायक स्व. बाला साहब पूछवाले कलाकार चयन समिति में ग्वालियर का प्रतिनिधित्व करते थे। बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस , नगर निगम, आकाशवाणी, दूरदर्शन, जनसम्पर्क सहित विभिन्न शासकीय विभागों के दायित्वों को भी रेखांकित किया गया।

       समिति की बैठक में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी , पुलिस अधीक्षक व्ही के सूर्यवंशी, नगर निगम आयुक्त डॉ पवन शर्मा, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री अरूण पलनीटकर, संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ चित्तरंजन ज्योतिषी, रामकृष्ण मिशन के स्वामी स्वरूपानंद, स्टेशन डायरेक्टर दूरदर्शन श्री आर बी भण्डारकर, साहित्यकार श्री काजी तनवीर, पत्रकार श्री चन्द्रवेश पाण्डे सहित समिति के सदस्यगण एवं संगीत महाविद्यालयों के नुमाइन्दे उपस्थित थे।

 

तानसेन समारोह के कार्यक्रम

       तानसेन समाधि स्थल पर तानसेन समारोह की शुरूआत 5 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे हरिकथा एवं मीलाद से होगी । इसी दिन सांयकालीन पहली सभा में माधव संगीत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा ध्रुपद गायन, श्री भिमण्णा जाधव, सोलापुर का सुंदरी वादन, सुश्री कौशिकी देशीकान, कोलकाता का गायन, श्री श्रीराम उमड़ेकर, ग्वालियर का सितार वादन तथा पंडित छन्नूलाल मिश्र, वाराणसी का गायन होगा ।

दूसरी सभा 6 दिसम्बर को प्रात: तानसेन संगीत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के ध्रुपद गायन से प्रारंभ होगी । इसके पश्चात श्री प्रेम कुमार मलिक, इलाहाबाद का ध्रुपद, श्री विजय सरदेशमुख, पुणे का गायन, श्री प्रवीण शेवलीकर भोपाल का वायलिन वादन, सुश्री विजया जाधव गटलेवार मुम्बई  का गायन एवं उस्ताद इमरत खान, कोलकाता सितार वादन करेंगे ।

      तीसरी सभा 6 दिसम्बर को सांय भारतीय संगीत माहविद्यालय ग्वालियर के छात्र-छात्राओं के ध्रुपद गायन से प्रारंभ होगी । इस सभा में श्री जयतीर्थ मेवुंडी, हुबली का गायन, श्री उल्लास बापट, मुम्बई का संतूर वादन, सुश्री मंजुषा कुलकर्णी पाटिल, पुणे का गायन तथा सभा के अंत में श्री आनिन्दो चटर्जी कोलकाता का एकल तबला वादन होगा ।

      7 दिसम्बर को प्रात: कालीन चतुर्थ सभा का शुभारंभ शंकर गंधर्व संगीत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की ध्रुपद प्रस्तुति से होगा, तत्पश्चात श्री महेन्द्र टोके, अहमदाबाद का गायन , श्री राजन कुलकर्णी, पुणे का सरोद वादन, श्री सारथी चटर्जी, नई दिल्ली का गायन, श्री ध्रुव घोष, मुम्बई सारंगी वादन करेंगे एवं पंडित जगदीश प्रसाद, कोलकाता के गायन से सभा का समापन होगा ।

सांयकालीन सभा का शुभारंभ महारूद्र मंडल संगीत महाविद्यालय ग्वालियर के छात्रों के ध्रुपद गायन से होगा । इस सभा में श्री हरीश तिवारी, नई दिल्ली का गायन, श्री पूर्वायन चटर्जी, कोलकाता का सितार वादन , तदुपरांत श्री परमेश्वर हेगड़े, बैंगलोर गायन प्रस्तुत करेंगे ।  पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, मुम्बई के, बांसुरी बादन से सभा का समापन होगा।

       8 दिसम्बर को छटवीं संगीत सभा का शुभारंभ तानसेन की जन्म स्थली बेहट ग्राम में साधना संगीत विद्यालय तानसेन संगीत विद्यापीठ बेहट के छात्रों द्वारा ध्रुपद की प्रस्तुति से होगा । इस सभा में सुश्री ऋतु मसूरकर का गायन, श्री अंकुर धारकर का वायलिन वादन, श्री प्रकाश पाठक, विदिशा का गायन होगा तथा सुश्री रूचिका काले भोपाल के गायन के साथ तानसेन संगीत समारोह की अंतिम संगीत सभा संपन्न होगी।

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