निजी  क्षेत्र में कृषि विश्व विद्यालय, शिवपुरी  में कृषक प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित
    हमें खेद है मुरैना  में चल रही अघोषित व अनियमित भारी बिजली कटौती के कारण यह समाचार समय पर पगकाशित  नहीं किया जा सका 
ग्वालियर 28  मई 09 । मध्यप्रदेश में भविष्य में निजी क्षेत्र में  कृषि विश्वविद्यालयों की स्थापना का मार्ग खुलने जा रहा है । कल भोपाल में कृषक  कल्याण और कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने  अधिकारियों से निजी क्षेत्र में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए मॉडल  अधिनियम का प्रारूप बनाने को कहा । बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त सुश्री रंजना  चौधरी,  प्रमुख सचिव कृषि  श्री प्रवेश शर्मा,  प्रमुख सचिव  पशुपालन श्री मनोज गोयल तथा मुख्य मंत्री के सचिव द्वय श्री अनुराग जैन और  एस.पी.एस. परिहार भी उपस्थित थे ।
बैठक  में बताया गया कि शिवपुरी में कृषक प्रशिक्षण केन्द्र प्रारंभ हो गया है । अमरकंटक  तथा भोपाल में भी कृषक प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना का कार्य जारी  है । इस प्रकार जल्द ही तीन नये कृषक प्रशिक्षण  केन्द्र प्रारंभ हो जावेंगे । उद्यानिकी फसलों के अंतर्गत पान उत्पादक  किसानों के लिए विशेष उत्पादन की योजना तैयार कर 75 प्रतिशत तक अनुदान  सहायता देने, उद्यानिकी फसलों के मूल्य संवर्धन और उसके  लिये अद्योसंरचनाओं के विकास, उद्यानिकी फसलों वाले  सामान्य किसानों को ड्रिप और स्ंप्रिकलर की स्थापना के लिये 50 से बढ़ाकर 70 फीसदी और अनुसूचित जाति-जनजाति  किसानों के लिये 80 प्रतिशत सहायता देने पर भी अमल किया  जा चुका है। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में किसान पंचायत और महापंचायत, मंडी हम्माल और तुलावटी, आदिवासी और वन पंचायत की घोषणाओं और विभाग की 100 दिवसीय कार्ययोजना के क्रियान्वयन की समीक्षा  की। उन्होंने कहा कि घोषणाओं की पूर्ति के बाद लाभांवित लोगों का मैदानी मूल्यांकन  किया जाये। उन्होंने अमल संबंधी जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजने के साथ ही  विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को रेण्डम चेकिंग करने के भी निर्देश दिये। श्री चौहान  ने जरूरी होने पर स्वतंत्र एजेंसी से भी मूल्यांकन करवाने की सहमति दी।






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