दुग्ध संजीवनी अभियान की कलेक्टर द्वारा समीक्षा ,अभियान से कुपोषित बच्चों के वजन में वृध्दि
ग्वालियर 23 मई 09 । बच्चों में कुपोषण निवारण के लिये जिले में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा माह फरवरी में एक अभिनपव पहल शुरू की गई थी । '' दुग्ध संजीवनी '' नाम से शुरू किये गये इस अभियान से बच्चों का कुपोषण कितना कम हुआ इसकी समीक्षा आज राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान के एनएसव्ही सेंटर में आयोजित बैठक में कलेक्टर द्वारा की गई । साथ ही उन्होंने महिला बाल विकास विभाग की अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की । बैठक में महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती सीमा शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. अर्चना शिंगवेकर, बीएमओ, एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं के परियोजना अधिकारी तथा सुपर वाइजर भी उपस्थित थे ।
'' दुग्ध संजीवनी '' अभियान के अन्तर्गत शहर की तीनों बाल विकास परियोजना के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर प्रतिदिन कुपोषित बच्चों को 200 ग्राम दूध एवं 20 ग्राम शहद सहित अन्य पोषक तत्वों का मिश्रण दिया जाता है । अभियान के अन्तर्गत बच्चों के कुपोषण में आई कमी की समीक्षा कलेक्टर श्री त्रिपाठी द्वारा की गई । जिसमें पाया कि जिन कुपोषित बच्चों को यह मिश्रण दिया जा रहा है, उनका 200 ग्राम से लेकर एक किलोग्राम तक बजन बढ़ा है । उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले के आदिवासी क्षेत्रों के कुपोषित बच्चों पर भी विशेष ध्यान दिया जाये तथा बच्चों के कुपोषण की ग्रेडिंग की सतत समीक्षा की जाये और बच्चों को गंभीर कुपोषण से निकालकर सामान्य ग्रेड में लाया जाये ।
उन्होंने निर्देश दिये कि जिन कुपोषित बच्चों का बीमार रहने के कारण वजन नहीं बढ़ रहा हो तो उन्हें दवाई दी जाये । दवाई की व्यवस्था रेडक्रास से करा दी जायेगी । साथ ही अतिरिक्त आयरन दिया जाये । आंगनवाड़ी भवनों के निर्माण की समीक्षा करते हुये श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि जो भवन अधूरे हैं उन्हे पूरा किया जाये तथा जो भवन स्वीकृत हैं और निर्माण शुरू नहीं हुआ है, उनका निर्माण शीघ्र शुरू कराया जाये । उन्होंने कहा कि विवादास्पद भूमि होने के कारण जिन भवनों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है उन्हें निरस्त कर अन्य स्थान पर भूमि का चयन किया जाये ।
सुपरवाइजर निलंबित
कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने महिला बाल विकास विभाग की भितरवार परियोजना की सुपरवाइजर सुश्री सुशीला तारे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है । यह कार्रवाई आज आयोजित समीक्षा बैठक में लाड़ली लक्ष्मी योजना में उक्त सुपरवाइजर द्वारा लापरवाही बरतने पर की गई ।
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