राज्य सभा सांसद श्री तोमर वर-बधुओं को आर्शिर्वाद देने पहुंचे
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की मदद से आयोजित बाल्मीकि समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 10 कन्याओं के हाथ पीले हुए
ग्वालियर 31 जनवरी 09। हर ऋतु की अपनी ही महिमा होती है मगर बसंत मोहक है और मनभावन भी । प्रकृति का श्रंगार भी तब अर्थ पाता है जब उसे इस पार से उस पार तक ले जाने के लिए बसंत ऋतु माध्यम बनती है। इसी प्रकार गरीब परिवारों के जीवन में बसंती रंग भी तभी भरते हैं जब उन्हें विपन्नता से विजय प्राप्ति के लिए अभयदान मिले। यह अभयदान सिध्द हुई है मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और श्री बाल्मीकि समाज की साझेदारी, जिसकी बदौलत पीत वसन और श्रंगार के संयुक्त जीवन का बंसती अर्थ 10 कन्याओं को परिणय सूत्र में बंधकर मिला है।
यहां बात हो रही है मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और मध्य प्रदेश बाल्मीकि समाज की संयुक्त भागीदारी से आज बंसत पंचमी को मुरार स्थित रामलीला मैदान में आयोजित हुए सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन की । इस सम्मेलन में वर-बधुओं को आशीर्वाद प्रदान करने राज्य सभा सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर विशेष रूप से पधारे थे । राज्य सभा सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री तोमर ने वर-बधुओं को आशीर्वाद प्रदान करते हुये कहा कि सामूहिक विवाहों का समाज में विशेष महत्व है। हमारा समाज सामूहिकता की वजह से ही सदियों से एक सूत्र में बंधा है । सामूहिक विवाहों से जहां दहेज जैसे कुरीति दूर होती है वहीं इससे हमारी एकता का प्रकटीकरण भी होता है ।उन्होंने कहा कि बेटियां परिवार पर बोझ नहीं हैं अपितु वे लक्ष्मी हैं, उनके साथ किसी तरह का भेदभाव पाप है । प्रदेश सरकार ने इस बात को भलीभांति समझा है और गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह का जिम्मा अपने ऊपर लिया है और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना शुरू की है । श्री तोमर ने कहा के लोग बेटियों को बोझ न समझें इसके लिये प्रदेश सरकार बेटी के जन्म पर उसके खाते में इतनी राशि जमा करती है जब वह बड़ी हो जायेगी तब उसे एक लाख रूपये से अधिक राशि मिलेगी।
इस सम्मेलन में परिणय सूत्र में बंधने वाले दम्पत्तियों को प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत व आयोजन समिति द्वारा गृहस्थी का सामान प्रदान किये गये हैं । हर दम्पत्ति को अपनी गृहस्थी बसाने के लिये पलंग , पंखा, बॉक्स, अलमारी, साड़ी व रसोई के बर्तन प्रदान किये गये।
इस अवसर पर एम पी. एग्रो के अध्यक्ष श्री मुन्शीलाल, आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री अशोक बाल्मीकि व सचिव श्री कमल घेंघर, माझी समाज से जुड़े श्री श्यामलाल बाथम व मदन बाथम तथा श्री अशोक जैन सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। सम्मेलन में बाल्मीकि समाज द्वारा श्री तोमर को चाँदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया।
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