ई-कोर्ट की ट्रायल ग्वालियर में होगी -श्री लाहोटी, न्यायाधिपति श्री संवत्सर द्वारा जिला न्यायालय में 8 अतिरिक्त कक्षों का शिलान्यास
ग्वालियर 5 फरवरी 09। उच्च न्यायालय खण्ड पीठ ग्वालियर के प्रशासनिक एवं पोर्टफोलियो न्यायाधिपति श्री सुभाष संवत्सर ने कहा है कि न्याय प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए न्यायालय परिसर में पर्याप्त अधोसंरचना होना आवश्यक है। इस दिशा में राज्य उच्च न्यायालय की पहल पर प्रदेश के विभिन्न न्यायालयों में न्यायाधीशों के लिए कक्ष निर्माण सहित अन्य आवश्यक अधोसंरचना विकसित की जा रही है। इसी कड़ी में ग्वालियर जिला न्यायालय के लिए नवीन भवन के निर्माण में समय लगने के कारण मौजूदा भवना में अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया जा रहा है। श्री संवत्सर आज को यहां जिला न्यायालय परिसर में आठ नवीन न्यायालयीन कक्ष व बार रूम के भूमि पूजन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर खण्डपीठ के न्यायमूर्ति श्री के के. लाहोटी, श्री एस के. गंगेले, न्यायमूर्ति श्री एस सी. शर्मा व श्री एस एस. द्विवेदी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा तथा अन्य न्यायाधीशगण समेत उच्च न्यायालय अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री श्यामबिहारी मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री व्ही के. सूर्यवंशी, नगर निगम आयुक्त श्री पवन शर्मा, अपर कलेक्टर श्री आर के. जैन, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग श्री आर के. मेहरा, अभिभाषकगण एवं न्यायालयीन अधिकारी व कर्मचारी माजूद थे।
न्यायाधिपति श्री सुभाष संवत्सर ने कहा कि ग्वालियर जिला न्यायालय में वर्तमान में 41 न्यायाधीश पदस्थ हैं तथा पाँच अतिरिक्त जजों की पदस्थापना भी हाल ही में की गई है। जिला न्यायालय परिसर में आठ अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के बाद न्यायालयीन प्रक्रिया के लिए स्थान की कमी से निजात मिल सकेगी। साथ ही अभिभाषक कक्ष के निर्माण से लम्बे समय से चली आ रही अभिभाषकों की मांग की पूर्ति होगी और वे अच्छे वातावरण में बैठकर अपने कार्य को अंजाम दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि उक्त निर्माण कार्यों के लिए कुल एक करोड़ 36 लाख रूपये की राशि मंजूर की गई है।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति श्री कृष्ण कुमार लाहोटी ने कहा कि न्यायिक प्रकरणों के त्वरित निराकरण के मकसद से देश में ई-कोर्ट प्रणाली लागू होने जा रही है। इसी प्रणाली के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसे प्रायोगिक तौर पर देश के 6 विभिन्न न्यायालयों में स्थापित किया जायेगा। जिसमें ग्वालियर भी शामिल है जो इस प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा ग्वालियर के अलावा यह साफ्टवेयर मुंबई, चैन्नई, कोचीन, दीमापुर व देहरादून में स्थापित किये जायेंगे। श्री लाहौटी ने कहा कि ग्वालियर में प्रयोग बतौर स्थापित होने जा रहे ई-कोर्ट सॉफ्टवेयर को बाद में देश के मध्य क्षेत्र के समस्त प्रांतों में स्थापित किया जायेगा। उन्होंने न्यायाधीशगणों व अभिभाषकगणों का इस मौके पर आह्वान किया कि वे इस सॉफ्टवेयर की व्यवहारिक कठिनाइंयों तथा इसे और वेहतर बनाने के लिए सुझाव देकर इस महती योजना को सफल बनाने में सहयोगी बनें।
श्री लाहौटी ने कहा कि न्यायालयों के कम्प्यूटरीकरण से न्याय में होने वाले विलम्ब को काफी हद तक कम किया जा सकता है, इसलिये न्यायाधीशगण व अभिभाषकगण अपने को कम्प्यूटर में पारंगत करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के न्यायालयों के कम्प्यूटरीकरण के लिए तेजी से काम चल रहा है। इस दिशा में बीते वर्ष ग्वालियर जिला न्यायालय के न्यायाधीशगणों को लैपटॉप प्रदान किये गये थे। लेकिन कम्प्यूटरीकरण के इन प्रयासों की सार्थकता तभी सिध्द होगी जब न्यायाधीशों को इनका व्यवहारिक ज्ञान होगा।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा ने इस मौके पर कहा कि जिला न्यायालय परिसर में अधोसंरचना विस्तार की जरूरत बड़ी शिद्दत के साथ महसूस की जा रही थी। न्यायालय परिसर में आठ अतिरिक्त कक्ष बनने के बाद न्यायाधीशों के बैठने और प्रकरणों के निराकरण के लिए स्थान की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने जिला न्यायालय के कम्प्यूटरीकरण की पहल करने के लिए न्यायमूर्ति श्री लाहौटी के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।
आरंभ में अतिथियों ने विधिविधान से भूमिपूजन कर एवं माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर जिला न्यायालय परिसर में आठ अतिरिक्त कक्ष व बार रूम की आधारशिला रखी। स्वागत उद्बोधन अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे ने व अंत में आभार प्रदर्शन अभिभाषक संघ के सचिव श्री रामविलास शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट श्री आलोक शर्मा ने किया।
पीपल बार बनाम पक्का बार
कभी ग्वालियर जिला न्यायालय में एडवोकेट की प्रेक्टिस करते रहे उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति श्री कृष्ण कुमार लाहोटी ने आज जिला न्यायालय परिसर में आठ अतिरिक्त कक्षों के साथ बार रूम के शिलान्यास समारोह में खुशनुमा अंदाज में पीपल बार का उल्लेख किया । गौर तलब है कि जिला न्यायालय परिसर में स्थानाभाव की वजह से अभिभाषकगण पीपल के पेड़ के नीचे बैठते थे अर्थात वे पीपल की छाया में अपना काम चलाया करते थे । जिला न्यायालय में प्रेक्टिस के दौरान श्री लाहोटी भी इस पीपल बार का आसरा लेते रहे । उन्होंने आज नवीन बार रूम के शिलान्यास के बाद कहा कि अब यहां का पीपल बार अब पक्का बार हो जायेगा ।
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