गौशाला पर छपी गलत खबर का भदौरिया ने महापौर को स्पष्टीकरण दिया
ग्वालियर दिनांक 02.02.2009& नगर निगम ग्वालियर द्वारा संचालित गौशाला में किसी भी व्यक्ति द्वारा निगम की भूमि पर कब्जा नहीं किया गया है न ही जानवरों के लिये बाजार से कोई चारा क्रय किया जा रहा है। उक्ताशय की जानकारी गौशाला प्रभारी सुरेन्द्र सिंह भदौरिया द्वारा आज शहर से प्रकाशित एक स्थानीय समाचारपत्र में गौशाला के संबंध में प्रकाशित खबर ''गौशाला में गाय मरणासन्न'' के विषय में महापौर महोदय को दिये स्पष्टीकरण दी। उन्होंने कहा कि गौशाला में विगत तीन माह से पर्याप्त मात्रा में चारा उत्पादन किया जा रहा है तथा बाजार से किसी भी प्रकार का चारा नहीं क्रय किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि बाजार से चारा केवल उस समय क्रय किया जाता है जब दो फसलों के बीच में नई फसल बोने के बाद फसल की बढोत्तरी होती है, यह अवधि डेढ़ से दो माह की होती है, शेष अवधि में गौशाला में ही उत्पादित चारा जानवरों को काटकर खिलाया जाता है। समाचार में छपी खबर कि गायों की संख्या कम है, के विषय में श्री भदौरिया द्वारा स्पष्टीकरण दिया गया है कि गायों की संख्या गौशाला में लगभग 700 है और प्रत्येक गाय के आने तथा रिहा होने की रिकार्ड गौशाला में मौजूद रहता है। श्री भदौरिया द्वारा अपने स्पष्टीकरण में यह भी बताया गया कि गौशाला में गायों के इलाज के लिये एक पशु चिकित्सक नगर निगम द्वारा स्थाई रूप से पदस्थ है तथा संयुक्त संचालक पशु चिकित्सालय द्वारा भी एक पशु चिकित्सक की व्यवस्था की गई है इसके अतिरिक्त चार पशु चिकित्सा सहायक भी गौशाला में पदस्थ हैं जो बीमार गायों के नियमित इलाज में कार्यरत रहते हैं। पानी आपूर्ति के विषय में छपी खबर भ्रामक खबर के विषय में उन्होंने बताया कि गौशाला में गायों को पानी आपूर्ति हेतु बड़ा ओवरहेड टैंक चालू अवस्था में है जिसमें दो दिन तक पानी न आने की दशा में भी जानवरों को पेयजल उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि गौशाला में उत्पादित गौमूत्र मांग अनुसार शासकीय आयुर्वेद फार्मेसी को समय-समय पर प्रदान किया जाता है तथा गोबर कण्डों की बिक्री हेतु टेण्डर आंमत्रण की कार्यवाही भी प्रांरभ कर दी गई है। अपने स्पष्टीकरण में श्री भदौरिया ने कहा कि गौशाला निरंतर आत्मनिर्भरता की ओर गतिशील है।
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