अन्तर्राष्ट्रीय विख्यात कृषि वैज्ञानिक प्रो. यादव का कृषि विश्वविद्यालय में भ्रमण
ग्वालियर 7 मार्च 09। देश के जाने माने कृषि वैज्ञानिक प्रो. जे एस पी. यादव ने वैज्ञानिकों से कहा है कि वे किसानों की समस्याओं को चिन्हित कर उसके समाधान के लिये कार्यक्रम बनाएं। यदि हम किसानों की दशा सुधारने में थोड़ा भी सफल हुए तो यह हमारा देश के लिये बड़ा योगदान होगा। वे यहाँ राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों तथा अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
प्रो. यादव ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय के भविष्य के भव्य स्वरूप की संकल्पना कर इसका क्रमबध्द विकास होना चाहिए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि यह देश का अग्रणी विश्वविद्यालय बने। उन्होंने कहा कि वर्तमान में संसाधन जुटाना उतनी बड़ी समस्या नहीं है, जितनी सही समस्याओं को पहचान कर उनका व्यवहारिक समाधान निकालना है। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्विविद्यालय ऐसे कार्यक्रम हाथ मे ले जिससे आय हो और उसका उपयोग विकास कार्यों में हो सके। प्रो. यादव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ऐसा प्रयास करें कि किसानों के लिये मार्गदर्शन हो सकें जिससे उनकी समस्याओं का निदान हो और उनकी आर्थिक हालत सुधरे। उन्होंने विश्विविद्यालय में हो रहे अनुसंधानों के लिये वैज्ञानिकों को सराहा।
प्रो. यादव का स्वागत करते हुए कुलपति डॉ. विजय सिंह तोमर ने कहा कि प्रो. यादव अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के वैज्ञानिक हैं, उनके अनुभवों का लाभ हमारे नवीन विश्वविद्यालय को अवश्य मिलेगा। आपने अब तक के छोटे से कार्य काल मे सीमित संसाधनों के बावजूद विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी। प्रारंभ में संचालक अनुसंधान डॉ. एच एस. यादव ने अतिथि का परिचय दिया। अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. एस एल. नायक ने आभार व्यक्त किया। प्रो. यादव का प्रारंभ में डॉ. व्ही एस. तोमर , डॉ. नायक, डॉ. यादव, डॉ. कूल, रजिस्ट्रार संजय तिवारी, डॉ. राजीव सक्सेना, डॉ. एन एस. तोमर, डॉ. एस पी एस. तोमर ने पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया।
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