शनिवार, 2 मई 2009

जल संकट से निबटने के लिये निगम ने कमर कसीं

जल संकट से निबटने के लिये निगम ने कमर कसीं

ग्वालियर दिनांक 02.05.2009- प्रभारी निगमायुक्त सुरेश कुमार शर्मा द्वारा आगामी ग्रीष्म ऋतु में नगर की पेयजल व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाये रखने के लिये आज पी.एच.ई. विभाग के इंजीनियरों तथा निगम के अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में श्री शर्मा द्वारा इंजीनियरों को निर्देशित किया गया कि वे आगामी ग्रीष्म ऋतु में संभावित जल संकट वाले क्षेत्राें को चिन्हित कर अभी से प्रभावी कार्य योजना बनायें ताकि किसी क्षेत्र में जल संकट उत्पन्न न हो, उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे क्षेत्र जहां पर टयूवबैलों का खनन कराया जाना आवश्यक है। वहां खनन से पूर्व रजिस्ट्रीविटी सर्वे का कार्य करा लिया जाये, उक्त सर्वे कराये बिना किसी भी टयूवबैल का खनन प्रस्तावित नहीं किया जाये।

उन्होंने कहा कि खनन की अनुमति केवल पूर्व से चिन्हित स्थानों पर ही दी जावेगी। इस संबंध में कलेक्टर ग्वालियर को 50 प्राथमिकता के स्थानों पर नलकूप खनन के प्रस्ताव भेजे गये है उनमें से भी अत्यंत प्राथमिकता वाले स्थानों का चयन कर अपने-अपने क्षेत्रों में सहायकयंत्री अंदर 24 घण्टे के उपलब्ध करावे। अधिकारियों से चर्चा में अरविन्द्र शर्मा, ए.ई. द्वारा बताया गया कि उनके क्षेत्र में वार्ड क्र. 48 में 50 प्रतिशत तथा वार्ड क्र. 49 में 90 प्रतिशत क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ए.ई. गुप्ता द्वारा बताया गया कि वार्ड क्र. 42 में खुर्जे वाला मौहल्ला वार्ड क्र. 37 में मैना वाली गली में पानी की आपूर्ति कम हो रही है इन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पानी भेजने की कार्यवाही प्रांरभ कर दी गई है। निगमायुक्त द्वारा नलकूप खनन की प्योरिटी के विषय में अधिकारियों से जानकारी चाहने पर अधिकारियों द्वारा ग्वालियर क्षेत्र में वार्ड क्र. 4 के चन्द्रनगर, किलागेट, राजामण्डी, मुरार के पिन्टो पार्क, दर्पण कॉलोनी न.3, लश्कर पूर्व के क्षेत्र क्र. 18 में माधौगंज वार्ड आॅफिस के पास, वार्ड क्र. 52 में गड्डे वाला मौहल्ला, सिकंदर कम्पू, वर्मा का खेत, लश्कर पश्चिम में गुब्बारा फाटक व नल वाली गली में पुराने टयूवबैल सूख जाने से पेयजल कम मात्रा में पहुंच पा रहा है। इन स्थानों पर सक्षम स्वीकृति प्राप्त होते ही नलकूप खनन की कार्यवाही की जावेगी।

निगमायुक्त द्वारा पेयजल संकट से निबटने के लिये कन्ट्रोल रूम बनाने के निर्देश भी दिये गये। विभिन्न क्षेत्रों में कंट्रोल रूम प्रभारी कंट्रोल रूम की समस्त व्यवस्थाओं को देखेंगे। आयुक्त द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि कंट्रोल रूम के रजिस्टर पर ए.ई. तथा सब-इंजीनियर प्रतिदिन हस्ताक्षर करेंगे। निगमायुक्त सुरेश शर्मा द्वारा पी.एच.ई. के कार्यपालनयंत्री गोड़िया से आगामी ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संधारण करने वाले क्रय करने वाले सामग्री की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि सभी आवश्यक सामग्री क्रय की जा चुकी है। निगमायुक्त द्वारा श्री गोडिया को निर्देशित किया गया कि समस्त सहायकयंत्रियों को पी.एच.ई. के भण्डारण में उपलब्ध सामग्री की सूची उपलब्ध कराई जावे ताकि आवश्यकता पड़ने पर संधारण कार्य अविलंब पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कन्ट्रोल रूम पर ऑपरेटर की व्यवस्था करने तथा हाईडेण्टों पर रजिस्टर रखने की भी हिदायत अधिकारियों को दी।

निगमायुक्त द्वारा यह भी हिदायत दी गई कि शहर के विभिन्न वार्डों में पी.एच.ई. द्वारा पूर्व से स्थापित पी.बी.सी. टंकियों को प्रतिदिन भरने का कार्य भी चारों क्षेत्रों के सहाकयंत्रियों की जबाबदारी रहेगी। उन्होंने आगे बताया कि सभी सहायकयंत्री यह सुनिश्चित करें प्रतिदिन उनके क्षेत्रों में रखे पी.बी.सी. के टैंकर भरे जा सके। उन्होंने जिन क्षेत्राेंं में पेयजल नहीं पहुंच रहा है उन क्षेत्रों में पेयजल पहुंंचाने के लिये टैंकरों की आवश्यकता एवं मांग 24 घण्टे के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।

उन्होंने शहर में पी.एच.ई. द्वारा स्थापित पी.बी.सी. टैंकों की लोकेशन सहित सूची की जानकारी भी सहायकयंत्री से मांगी है। निगमायुक्त ने शहर के विभिन्न क्षेत्राें में धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं तथा निगम द्वारा बनाई गई सार्वजनिक प्याऊ में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित बनाये रखने के लिये सभी सहायकयंत्रियों को निर्देशित किया। मई-जून की भीषण गर्मी से निबटने के लिये सभी सहायकयंत्रियों को कल से नगर निगम कार्यशाला वाहन भी उपलब्ध करायेगा।

उन्होनें यह भी निर्देश दिया कि हैण्डपंप संधारण के लिये सामग्री क्रय करने का कार्य भी पूर्ण किया जावे। आज की बैठक में उपस्थित क्षेत्राधिकारियों सहायक आयुक्तों एवं उपायुक्तों को भी निगमायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि संभावित जल व्यवस्था में उत्पन्न होने वाले समस्याओं पर वे जनता से तालमेल मिलाकर कन्टे्राल रूम में समन्वय स्थापित करें जिससे नागरिकों को समयसीमा में समस्या का निदान हो सके। बैठक में यह भी तय किया गया कि निगम के समस्त उपायुक्त, सहायक आयुक्त, पेयजल की बर्बादी रोकने के लिये तथा नागरिकों को समुचित पेयजल उपलब्ध कराने के लिये समय-समय पर क्षेत्रों में जाकर भ्रमण करेंगे।

आज की बैठक में कार्यपालनयंत्री श्री गोडिया, एडीबी के प्रोजेक्ट मैनेजर के.के. श्रीवास्तव, उपायुक्त सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, अभय राजनगांवकर, नोडल ऑफीसर एम.पी.यू.एस.पी. देवेन्द्र सिंह चौहान, जनसम्पर्क अधिकारी प्रदीप श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त गुलाबराव काले, रामकिशोर गुप्ता, जगदीश शर्मा, जयकृष्ण गौड़ के साथ पी.एच.ई. के समस्त सहायकयंत्री तथा क्षेत्राधिकारी उपस्थित हुये।

 

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