शनिवार, 16 मई 2009

समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी: कृषक द्वारा ऋण पुस्तिका प्रस्तुत करना ही पर्याप्त होगा , शिकायतें मिलने पर सहायक यन्त्री का प्रभार छीना

समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी: कृषक द्वारा ऋण पुस्तिका प्रस्तुत करना ही पर्याप्त होगा , शिकायतें मिलने पर सहायक यन्त्री का प्रभार छीना

ग्वालियर, 15 मई 09। समर्थन मूल्य पर गेहूँ बेचने वाले कृषक की ऋण पुस्तिका में सभी अपेक्षित जानकारियां दर्ज रहती हैं। जिस किसान की ऋण पुस्तिका अन्यत्र कहीं जमा हो व खसरा, केस बन्दी की नकल भी दिखा सकेगा । सामान्य उत्पादन प्रति एकड़ 10 क्विंटल मान्य किया गया है तथा डब्लू एच-147 या हाईब्रिड गेहूँ का अतिरिक्त उत्पादन भी स्वीकार्य होगा । अत: अधिकारी/ कर्मचारी अन्य दस्तावेजों की मांग कर किसानों को परेशान अथवा हतोत्साहित न करें। साथ ही जन प्रतिनिधियों द्वारा सुझाये अनुसार नये उपार्जन केन्द्र भी खोले जावें। ग्वालियर जिले में डबरा ग्राम सहित अधिक गेहूँ पैदावार वाले क्षेत्र में उपसमितियों के स्तर पर भी नये उपार्जन केन्द्र प्रारंभ करें। यह निर्देश मध्यप्रदेश के सहकारिता एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मन्त्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज सुबह यहाँ स्वास्थ्य प्रबन्धन संस्थान में जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी तथा पेयजल व्यवस्था सम्बन्धी समीक्षा बैठक में दिये । बैठक में गृह राज्य मन्त्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, विधायकगण श्री लाखन सिंह यादव, श्री मदन कुशवाह तथा श्रीमती इमरती देवी, मध्य प्रदेश राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष श्री अरूण सिंह तोमर,जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष कौशल शर्मा, भाजपा अध्यक्ष द्वय श्री अभय चौधरी एवं श्री बर्जर सिंह गुर्जर सहित सहकारिता एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

       श्री बिसेन ने बताया कि विगत कुछ दिनों में ही 24 स्थानों पर समीक्षा बैठक लेकर उन्होंने मैदानी कठिनाइयों और समस्याओं की जानकारी ली है। यथासंभव समस्याओं को दूर करने वाले फैसले भी किये हैं। जहाँ समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी की प्रक्रिया को राज्य में व्यवस्थित किया गया है वहीं समय पर कर्ज वापिस करने वाले किसानों को खाद,बीज तथा कीटनाशक औषधियाँ तीन प्रतिशत ब्याज दर पर सुलभ होंगी । श्री बिसेन ने कृषकों से मई-जून माह में भावी फसल के लिये खाद,बीज एवं कीटनाशकों को संग्रहित कर लेने की सलाह दी है। इस पर लिये जाने वाले तीन प्रतिशत ब्याज की गणना भी एक जुलाई से ही की जावेगी।

       ग्वालियर जिले में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा करते हुए श्री बिसेन ने जनप्रतिनिधियों से उनके क्षेत्रों के सम्बन्ध में फीड़ बैक लिया । भाजपा ग्रामीण के अध्यक्ष श्री गुर्जर सिंह बर्जर ने ग्रामवासियों की शिकायतों का पुलिन्दा मन्त्री महोदय को प्रस्तुत करते हुए प्रभारी सहायक यन्त्री की शिकायत की । विधायक लाखन सिंह ने भी इस की पुष्टि की । मन्त्री महोदय ने बैठक में मौजूद चीफ इन्जीनियर को ऐसे सहायक यन्त्री को तत्काल प्रभाव से हटाने तथा शिकायतों की जाचं कराने की हिदायत दी । मंत्री महोदय ने अब तक ली गई दो दर्जन बैठकों के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि पेयजल व्यवस्था में पन्ना और भिण्ड में सर्वाधिक खराब स्थिति है। भिण्ड में तो असन्तोषजनक कार्यों के लिये एक कार्यपालन यन्त्री को भी निलम्बित करना पड़ा। इसी तरह पन्ना में भी पुख्ता इन्तजाम करने के निर्देश दिये हैं । 

       मंत्री महोदय ने बताया कि प्रदेश के 34 जिलों में औसत से कम वर्षा हुई है । ऐसे में लोक स्वास्थ्य यान्त्रिकी विभाग को पूरी मुस्तैदी से काम करना है । ग्वालियर नगर की पेयजल समस्या के निदान के लिये उन्होंने नगरीय प्रशासन मन्त्री श्री बाबू लाल गौर और मुख्य मन्त्री श्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करने का आश्वासन दिया। श्री बिसने ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश की साढ़े छ: करोड़ जनना के पीने का पानी सुलभ कराने के लिये दृढ़ संकल्पित है। इस संकल्प को पूरा करने में कोई कसर नहीं आने दी जायेगी।

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