जिला स्तरीय नि:शक्तजन खेल-कूद प्रतियोगिता सम्पन्न
लगभग 350 नि:शक्त बच्चों ने विभिन्न खेल विधाओं में दिखाये जौहर
ग्वालियर 3 दिसम्बर 09। विश्व विकलांग दिवस के उपलक्ष्य में आज कम्पू स्थित खेल परिसर में जिला स्तरीय नि:शुत्क जन खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में नगर की विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के करीबन साढ़े तीन सौ नि:शक्त बच्चों ने अपने खेल जौहर दिखाये। प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन राजमाता विजयाराजे कृषि विश्व विद्यालय के कुलपति के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुरार छावनी के कमाण्ंडिग आफीसर कर्नल श्री जयप्रकाश ने की। श्रीमती उर्मिला प्रकाश कार्यक्रम की विशेष अतिथि थीं। अतिथियों ने सभी विजेता बच्चों को पारितोषिक के रूप में स्मृति चिन्ह व प्रमाण-पत्र प्रदान किये। भारत विकास परिषद द्वारा इस अवसर पर विजेता बच्चों को गर्म स्कॉर्फा व टोपी प्रदान की गईं।
शासकीय श्रवण बाधितार्थ वाधितार्थ विद्यालय के प्राचार्य श्री आर पी. सिह ने बताया कि जिला स्तरीय नि:शक्त जन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन सामाजिक न्याय विभाग एवं नि:शक्तजन के कल्याण से जुड़ी नगर की विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से किया गया। इस प्रतियोगिता में शासकीय श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, श्यामलाल पाण्डवीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रोशनी रामकृष्ण आश्रम, मध्यप्रदेश मूक बधिर कल्याण संस्था लाला का बाजार, अमर ज्योति संस्था, सतीश मेमोरियल, माधव अंधाश्रम, आत्मज्योति, दृष्टि बाधित कन्या विद्यालय, एहसास स्पेशल व आर्मी आशा स्कूल के नि:शक्त बच्चों ने सहभागिता की। इस आयोजन में श्रवण बाधित, दृष्टि बाधित, मंदबुध्दि व अस्थि बाधित आदि नि:शक्त बच्चों के लिये पृथक-पृथक खेल कूद प्रतियोगिता आयोजित हुईं, जिनमें 50 व 100 मीटर दौड़, गोला फैंक, रस्सी कूद व कुर्सी दौड़ एवं मटकी फोड़ आदि खेल विधायें शामिल हैं। अस्थि बाधित बच्चों के लिये ट्रायसाइकिल, वैशाखी व व्हील चेयर रेस भी आयोजित की गईं।
आकर्षक मार्च पास्ट भी निकला
जिला स्तरीय नि:शक्त जन खेलकूद प्रतियोगिता के समापन पर नि:शक्त बच्चों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट भी निकाला गया। आर्मी के बैण्ड की मधुर धुन के बीच जिस जज्बे के साथ नि:शक्त बच्चों ने यह मार्च पास्ट निकाला वह देखते ही बनता था। पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री विजय सिंह तोमर ने कहा कि नि:शक्त बच्चों में काबलियत की कमी नहीं हैं हमें आशा व विश्वास के साथ इन्हें आत्मनिर्भर व सामान्य जीवन जीने लायक बनाने में मदद करनी चाहिये। कर्नल श्री जयप्रकाश ने भी अपने विचार रखे और आर्मी एरिया में नि:शक्तजनों के कल्याण के लिये चलाईं जा रहीं गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर आर्मी आशा स्कूल के नि:शक्त बच्चों ने गीत की आकर्षक प्रस्तुति दी।
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