सोमवार, 15 सितंबर 2008

जिले में पूर्वजों के नाम से पौध रोपण का अभियान शुरू महापौर ने तिघरा क्षेत्र में की 'पितृ-वन' की शुरूआत

जिले में पूर्वजों के नाम से पौध रोपण का अभियान शुरू महापौर ने तिघरा क्षेत्र में की 'पितृ-वन' की शुरूआत

ग्वालियर 11 सितम्बर 08। हमारे बुजुर्ग खुद कष्ट सहकर भी हमें खुशियों की स्नेहिल छाँंव देते हैं। उसी तरह वृक्ष भी हमें फल, फूल व शीतल छाँव प्रदान करते  हैं। जीवन पर्यन्त हम पर खुशिंयाँ न्यौछावर करने के बाद दुनिया से विदा ले चुके हमारे पूर्वजों की स्मृतियों को उनके नाम से पौधे रोपकर चिर स्थाई बनाया जा सकता है। पौध रोपड़ करने के लिए 'पितृ-वन' के नाम से ऐसे ही एक अनूठे अभियान की शुरूआत आज महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने तिघरा जलाशय के समीप की। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) ने अपने अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह की अगुआई में इस अभियान को जमीनी हकीकत बनाने का बीड़ा उठाया है। उल्लेखनीय है कि वृहद स्तर पर पूर्वजों की स्मृति में वृक्षारोपण की यह अभिनव पहल जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने की है।

       तिघरा जलाशय के समीप स्थित भूमि पर विकसित किये जा रहे पितृ-वन में  साडा अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह, राजस्व मंडल के अध्यक्ष श्री राकेश बंसल, नगर निगम सभापति श्री वृजेन्द्र सिंह जादौन, जिला पंचायत की सदस्य श्रीमती अरूणा किरार, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, वरिष्ठ पार्षद श्री रविन्द्र सिंह राजपूत, साडा के सी.ई.ओ. श्री कुमार पुरूषोत्तम सहित करीबन 50 लोंगों ने आज अपने पूर्वजों के नाम से विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे। उल्लेखनीय है कि पितृ-वन के लिए तिघरा जलाशय के समीप फिलहाल 45 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है। इस भूमि पर कोई भी व्यक्ति 250 रूपये की रसीद कटवाकर अपने पूर्वज के नाम से पौधा रोप सकता है। पितृ-वन में रोपे गये पौधों की सुरक्षा का दायित्व साडा द्वारा एक निजी ऐजेन्सी को सौंपा गया है।

       पितृ-वन के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि ग्वालियर में पितृ-वन के रूप में वृक्षारोपण का यह अभियान पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप का एक अनुकरणीय उदाहरण है। उन्होने पितृ-वन क्षेत्र में परिवार सहित वृक्षारोपण करने का आह्वान किया और इस अभियान की सफलता की कामना की। विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जय सिंह कुशवाह ने कहा कि साडा ने पूर्व में भी स्मृति वन के रूप में वृक्षारोपण की जो पहल की थी, उसके सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं। साडा, पितृ-वन में रोपे गये पौधों की सुरक्षा भी उसी तरह करेगा और यहाँ की भूमि को हरा-भरा बनाया जायेगा।

       ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जगदीश शर्मा ने कहा कि पितृ-वन में पूर्वजों के नाम से पौधे लगाये जायेंगे, जिससे लोगों में इस अभियान के प्रति  स्वाभाविक रूप से भावनात्मक जुड़ाव पैदा होगा। जिला कलेक्टर श्री आकश त्रिपाठी ने इस अवसर पर आह्वान किया कि पितृ-वन में पौधरोपण कर हम अपने पूर्वजों को सही मायने में सच्ची श्रध्दान्जलि अर्पित कर सकते हैं। जब हम लगाये गये पौधों को देखेंगे तो अपने पूर्वजों की स्मृतियाँ सजीव हो उठेंगी। उन्होंने जिले वासियों से अपने पूर्वजों की याद को संजोने के लिए यहाँ पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की अपील भी इस अवसर पर की।

       साडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुमार पुरूषोत्तम ने कहा पितृ-वन में पौध रोपण की प्रक्रिया वर्ष भर शाश्वत रूप से चलेगी। यहाँ पर हर समय पौधों की उपलब्धता रहेगी और कोई भी व्यक्ति 250 रूपये की रसीद कटवाकर अपने पूर्वजों की स्मृति में पौधे रोपित कर सकेगा।

       पितृ-वन के शुभारंभ समारोह में ग्वालियर विकास प्राधिकरण के  उपाध्यक्ष श्री धीर सिंह तोमर, साडा की अन्त्योदय समिति के श्री तीतुरिया यादव सहित अन्य जन प्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन साडा के अतिक्ति सी.ई.ओ. श्री मदन बाथम ने और अन्त में आभार प्रदर्शत साडा के सम्पत्ति अधिकारी एवं अधीक्षक भू-अभिलेख श्री संजय जैन ने किया।

 

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