रविवार, 21 सितंबर 2008

कलेक्टरर्स परख कार्यक्रम और कानून व्यवस्था पर सतत् निगरानी रखें

कलेक्टरर्स परख कार्यक्रम और कानून व्यवस्था पर सतत् निगरानी रखें

मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी के वीिडयो कॉनफ्रेन्ंसिग के जिरये निर्देश

 

ग्वािलयर 18 िसतम्बर 08। मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने आज भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के कमिश्नरों और कलेक्टरों को निर्देश दिये हैं कि वे कानून व्यवस्था, पेयजल और बिजली की स्थिति पर सतत निगरानी रखें। पेयजल हेतु अभी से एक्शन प्लान बनावें ताकि आने वाले दिनों में पेयजल संकट न हो। यहां ग्वािलयर स्थित एनआईसी के वीिडयो कॉन्फ्रेन्ंसिग कक्ष में चंबल रेंज के पुिलस महािनरीक्षक श्री अरविंद कुमार, िजला कलेक्टर श्री आकाश्É ित्रपाठी, पुिलस अधीक्षक श्री व्ही.के. सूर्यवंश्ाी व िजला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अिधकारी श्री िवनोद श्ार्मा सिहत अन्य संबंिधत अिधकारी उपस्थित थे।

       मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने िजला कलेक्टरों से कहा कि परख कार्यक्रम के प्रति लापरवाही न हो तथा परख में भेजे जाने वाले आंकड़े सही-सही हों। उन्होंने कहा कलेक्टर व्यक्तिगत रुप से परख कार्यक्रम को देखें, आंकड़ों की मॉनीटरिंग करें। साथ ही यदि कहीं आलोचना हो रही है तो हमें धैर्य और संयम के साथ उसका निराकरण करना चाहिये। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों-कमिश्नरों से कहा कि कानून व्यवस्था बनाने में वे अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें तथा सम्पर्क सूत्र बढ़ायें।

मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों से सूखा राहत के संबंध में चर्चा की तथा फसलों की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव कृषि श्री प्रवेश शर्मा ने भी बातचीत की। उन्होंने कहा प्रदेश्ा में इस वर्ष डी ए पी. खाद की पर्याप्त उपलब्धता है। श्री श्ार्मा ने सीमावर्ती िजलों के कलेक्टर्स से कहा िक वे खाद के उठाव पर ध्यान रखें ओर यह सुिनिश्चत करें िक अनािधकृत रूप से प्रदेश्ा का खाद बाहर न जाने पाये। वीडियो कांफ्रेसिंग में प्रमुख सचिव ग्रामीण विकास श्री आई.एस. दाणी ने कहा कि बरसात के पश्चात गांव गांव में रोजगार की मांग बढ़ेगी, अत: अभी से हर ग्राम पंचायत में पर्याप्त संख्या में कार्य िचन्हित कर मंजूर कर लें। इस योजना में भारत सरकार ने 30 सितम्बर तक बैंक खाता खोलने के निर्देश दिये हैं। अत: सभी के बैंक खाते खोल दिये जायें ताकि आगामी माह से राशि का वितरण बैंकों के माध्यम से हो।

       आयुक्त स्वास्थ्य श्रीमती अलका उपाध्याय ने भी बीमारियों की तरफ कलेक्टरों का ध्यान आकर्षित करते हुये कहा कि विभिन्न जिलों में विभिन्न प्रकार की बीमारियाें की ओर विशेष ध्यान दिया जाये तथा जिला प्रमुख चिकित्सकों के साथ बैठकर स्थिति की समीक्षा की जाय। उन्होंने मलेरिया पर खास ध्यान देने पर बल िदया। महिला तथा बाल विकास िवभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती टीनू जोशी ने कलेक्टरों से कहा कि कुपोषण िनवारण के लिये जिला एवं तहसील स्तर पर समिति का गठन कर समीक्षा की जाय तथा समन्वय कार्यक्रम बनाया जाय ताकि मौके पर ही ऐसी समितियों द्वारा निराकरण किया जा सकें।

       मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी ने कमिश्नरों एवं कलेक्टरों को कानून व्यवस्था, बिजली, पानी पर विशेष ध्यान देने और उसकी सतत निगरानी करने के निर्देश दिये।

 

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