चुनाव कर्मचारियों की होगी अपनी पहचान भेष बदलकर काम दिखाना संभव नहीं सबके पास होंगे फोटो आईडी कार्ड
चुनाव आयोग इस अंदेशे को लेकर भी बेखबर नहीं है कि कोई व्यक्ति चुनाव कर्मचारियों का भेष धर कर गलत काम कर जाए। उसने फैसला किया है कि चुनाव की डयूटी में तैनात किए जाने वाले हर कर्मचारी की अपनी पहचान होगी। इसके लिए उन सबके पास फोटो परिचय पत्र होने का बंदोबस्त किया जा रहा है।
आयोग चुनाव की निष्पक्षता, पवित्रता को लेकर किसी शक की गुंजाईश के पक्ष में नहीं है। कर्मचारियों की पहचान के बारे में उसका मानना है कि इनकी पहचान का वास्तविक सबूत पहली नज़र में पता लग जाना चाहिए। इस मक़सद से मौजूदा विधानसभा चुनाव की डयूटी में लगने वाले सभी प्रिजाइडिंग अफसरों, मतदान अधिकारियों, मतगणना पर्यवेक्षकों और सहायकों को खुद का फोटो परिचय पत्र दिखाना होगा।
इन कर्मचारियों को आईडी कार्ड उपलब्ध कराने का जिम्मा जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अफसरों को सौंपा गया है। ये इस सिलसिले में बाकायदा तैयार किए गए प्रारूप के मुताबिक कार्ड तैयार करेंगे जिसमें संबंधित कर्मचारियों की पूरी जानकारी होगी। जारी किए जाने वाले परिचय पत्र पर लगे कर्मचारी के फोटोग्राफ को ये अफसर प्रमाणित करेंगे। कर्मचारियों को मतदान और मतगणना के दिन इन आईडी कार्डों को प्रदर्शित करना होगा।
चुनाव आयोग ने आईडी कार्ड बनाने के तौर-तरीके भी समझाए हैं। इनके तहत जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा चुनाव कर्मचारियों के छायाचित्र इनकी पहले दौर की चुनावी ट्रेनिंग के वक्त निकलवा लिए गए हैं ताकि दूसरे दौर की ट्रेनिंग के पहले संबंधित कर्मचारी को उसका फोटो परिचय पत्र सुपुर्द कर दिया जाए। इसकी बाकायदा उनसे रसीद भी ली जाएगी। इसके अलावा जहां कहीं संभव था तो ये कर्मचारी खुद पासपोर्ट साईज का अपना छायाचित्र लाकर पहली ट्रेनिंग के मौके पर जमा कर चुके हैं। सभी जिलों में फोटो परिचय पत्रों का तयशुदा प्रारूप एक समान रहेगा। परिचय पत्र देने का कार्य अनिवार्यत: करने के निर्देश दिए गए हैं।
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