मानसिक आरोग्यशाला: प्रबंध समिति ने दी 30 लाख के सायकालॉजी टेस्ट एवं टूल्स खरीदने की अनुमति
ग्वालियर 9 सितम्बर 08 । संभागायुक्त डा.कोमल सिंह की अध्यक्षता में संपन्न ग्वालियर मानसिक आरोग्यशाला की 39वीं प्रबंध समिति की बैठक में मनोचिकित्सा उपचार को अधिक प्रभावी बनाने की दृष्टि से तीस लाख रूपये के सायकालॉजी टेस्ट एवं टूल्स तथा लाइब्रेरी हेतु एक लाख रूपये की पुस्तकें खरीदने की अनुमति प्रदान की गई । मोतीमहल सभाकक्ष में संपन्न इस बैठक में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, मानसिक आरोग्यशाला की संचालक डा. ज्येति बिंदल, चिकित्सा महाविद्यालय की डीन, डा. अमृता मेहरोत्रा, संयुक्त संचालक चिकित्सा डा. मीना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री चौहान, सहित समिति के सदस्यगण एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।
प्रबंध समिति ने आरोग्यशाला की किचिन को आधुनिक बनाने का नये सिरे से व्यावहारिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये । साथ ही उपचार उपरांत पुरूष एवं महिला रोगियों को उनके परिवारों में पुनर्वास की दृष्टि से कार्यरत हॉफ-वे-होम के संचालन हेतु अशासकीय संगठनों से नवीन प्रस्ताव आमंत्रित करने व पारदर्शिता लाने पर भी विशेष बल दिया । समिति ने चिकित्सीय अभिलेख संधारण के कार्य को कम्प्यूटरीकृत करने में नेशनल इनफोरमेटिक सेंटर का सहयोग लेने तथा आरोग्यशाला के इन्डोर में भर्ती रोगियों के सहायकों की संख्या में यथासंभव कमी लाने पर बल दिया । समिति ने कहा कि सामान्यत: एक रोगी के साथ एक ही सहायक को अनुमति दी जावे । रोगी की विशेष स्थिति होने पर चिकित्सक आवश्यकतानुसार एक से अधिक सहयोगी को भी अनुमति दे सकेंगे ।
मानसिक आरोग्य शाला की संचालक डा. ज्योति बिंदल ने बताया कि आरोग्यशाला में वर्तमान में 212 रोगी भर्ती हैं जिनकी देखरेख के लिये तीन शिफ्टों में 126 अटेंडरों की आवश्यकता होती है । उन्होंने कहा कि आरोग्यशाला में वर्तमान में मात्र 42 पद स्वीकृत हैं इस प्रकार 84 अटेंडरों की और आवश्यकता होगी । समिति ने संचालक को पूर्व रिक्त पदों की भर्ती करने तथा नये पदों के लिये राज्य शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये । बैठक में राष्ट्रीय मानव अधिकारी आयोग नई दिल्ली की निरीक्षण रिपोर्ट के अनुपालन , मशीन एवं उपकरणों की खरीदी, स्वीकृत निर्माण कार्यों की प्रगति तथा नर्सिंग स्टॉफ के कार्यों में गुणात्मक सुधार लाने के लिये विशेषज्ञों को आमंत्रित कर प्रशिक्षण दिलाने पर भी सहमति व्यक्त की गई । समिति ने आरोग्यशाला के कार्यों में साज-सज्जा की तुलना में रोगयों के हित वाले कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा कराने पर बल दिया गया ।
उल्लेखनीय है कि मानसिक अरोग्यशाला में क्लीनिकल सायकालॉजिस्ट तथा सहायक प्राध्यापक मनोचिकित्सक की तैनाती के बाद अब रोगियों को बेहतर उपचार मिलने लगा है । समिति ने आज की बैठक में आरोग्यशाला की ई.सी.टी रिकवरी रूम, पैथालॉजी तथा आई.सी.यू मे एयरकंडीशनर लगवाने की भी अनुमति प्रदान की जिस पर एक लाख छियासठ हजार रूप्ये की राशि व्यय होने का अनुमान है ।
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