खतरनाक है उमा का चम्बल दौरा, भाजपा रह बची दम भी तोड़ देगी
नरेन्द्र सिंह तोमर 'आनन्द'
मुरैना 1 सितम्बर 08, भारतीय जनशक्ति पार्टी भले ही अब तक हुये किसी चुनाव में भले ही कोई उल्लेखनीय करतब नहीं दिखा पायी हो लेकिन मध्यप्रदेश विधानसभा के इस साल नवम्बर में होने जा रहे चुनाव न केवल उमा भारती के भावी राजनीतिक अस्तित्व और भविष्य को परिभाषित कर देंगें बल्कि यदि उमा भारती मैदान में चुनावों तक टिकी रहतीं हैं ( पलायन उनका स्वभाव है) तो कोई सन्देह नहीं कि अकेली उमा भारती ही भाजपा को निपटाने के लिये काफी होंगीं ।
यह खबर खतरनाक व (अभी गुप्त है, लेकिन हमें पता है) व बड़े भारी राजनीतिक उथल पुथल भाजपा को सूपड़ा साफ की स्थिति में खड़ा करने वाली है कि भारतीय जनता पार्टी के धुर व तगड़े कई स्तम्भ टूट कर उमा भारती के साथ शामिल हो गये हैं जिसमें कई एक तो ऐसे हैं जो केवल चम्बल ही नहीं अपितु समूचे मध्यप्रदेश में भाजपा की चूलें हिलाने का माद्दा रखते हैं । फिलहाल उमा भारती से जुड़ने वाले भाजपा बाहुबलियों का सारा अभियान गुप्त एवं तीव्र तोर पर चल रहा है, उमा की इस पहली चुनावी सार्वजनिक सभा की शुरूआत चम्बल से हो रही है, संभव है कि उमा अपने कुछ प्रत्याशियों का सार्वजनिक ऐलान कर दें ।
अभी तक उमा भारती की भाजशपा के घोषित दो प्रत्याशीयों में से एक तो ऐसा है कि यदि यह प्रत्याशी स्थिर होकर चुनाव लड़ा तो भाजपा के एक बहुत बड़े नेता व स्थानीय मंत्री भाजपा विधायक रूस्तम सिंह का पूरी तरह सफाया हो जायेगा । स्थिति यहॉं तक बदतर हो सकती है कि अगर उमा भारती व उनका प्रत्याशी टिका रहा तो मुरैना विधान सभा (मंत्री रूस्तम सिंह की सीट) पर भाजपा तीसरे चौथे स्थान पर खिसक जायेगी ।
दिमनी विधान सभा में यद्यपि उमा भारती का प्रत्याशी काफी कमजोर है लेकिन अभी अन्य विधानसभाओं में उमा के प्रत्याशी घोषित होने हैं । तभी तस्वीर का पूरा रूख साफ नजर आयेगा ।
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