बुधवार, 10 सितंबर 2008

प्रत्येक देशवासी में देशक्ति का जज्बा नजर आना चाहिये जलसंसाधन मंत्री श्री मिश्रा ने ढाई सौ अधिक शहीद सैनिक परिवारों का भावपूर्ण सम्मान किया

प्रत्येक देशवासी में देशक्ति का जज्बा नजर आना चाहिये जलसंसाधन मंत्री श्री मिश्रा ने ढाई सौ अधिक

शहीद सैनिक परिवारों का भावपूर्ण सम्मान किया

ग्वालियर 6 सितम्बर 08 । ग्वालियर चंबल अंचल के उन बहादुर जवानों जिन्होने सीमाओं पर तथा देश के भीतर राष्ट्र की रक्षा करते हुये अपने प्राणों की आहूति दे दी । उनकी कुर्बानियों को याद करते हुये आज यहां लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के जनरल मानेक शॉ सभागार में सजल श्रध्दा संस्था ने शहीद सैनिक परिवारों का श्रध्दा भावपूर्ण सम्मान किया । इस भव्य सम्मान समारोह का शुभारंभ उच्च शिक्षा एवं जलसंसाधन मंत्री तथा सजल श्रध्दा के संरक्षक श्री अनूप मिश्रा , पूर्व एयर मार्शल यशवंत राणे, संस्थान के कुलपति पूर्व मेजर जनरल एस एन मुखर्जी, मेजर जनरल श्री शर्मा, ब्रिगेडियर नरसिंहराव पवार, ब्रिगेडियर हरनाम सिंह भदौरिया, कर्नल उमाराज सिंह चौहान ने दीप प्रज्जवलित कर किया ।

       सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने जोर देकर कहा कि प्रत्येक देशवासियों में देश भक्ति का जज्बा नजर आना आना चाहिये । देश की रक्षा के लिये हमें हमेशा तत्पर रहना चाहिये । उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि आज देशवासियों में देशभक्ति का जज्बा नजर नहीं आता । देशभक्ति के तरानों पर अब रौगटे खड़े नहीं होते । उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम राजनेतिक नहीं है परन्तु यदि राजनैतिक व्यक्ति ऐसा कार्यक्रम करे तो उसे भी राजनीतिक चश्में से देखा जाता है , यह दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री मिश्रा ने सवाल करते हुये कहा कि क्या हम शहीद होने वाले बहादुरों की कुर्बानियों को याद नहीं करे ंऔर क्या उनके परिजनों का सम्मान नहीं करें । उन्होंने कहा कि जो लोग यह यह सोचते हैं वे देश के रक्षक नहीं हैं । उन्होंने कहा कि कि आजादी के बाद से कारगिल युध्द तक ग्वालियर चंबल अंचल के 252 से अधिक वीरों ने देश की रक्षा करते हुये अपनी कुर्बानियां दी हैं ।

       श्री मिश्रा ने ऐसे शहीद सैनिक परिवारों के दुखदर्दों का उल्लेख करते हुये कहा कि उनके दुखदर्दों में सरकार शरीक है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नाम जो मांग पत्र भेंट किया है, इस पर आगामी 9 सितम्बर को सहानुभूति के साथ चर्चा की जायेगी । इसी दिन भोपाल में मुख्यमंत्री युध्द स्मारक का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में भी ऐसा ही एक युध्द स्मारक की स्थापना की जायेगी । श्री मिश्रा ने कहा कि देश पर मरमिटने वाले वीर सैनिकों को  देश सदैव श्रध्दा से याद करते हुये इस तरह के आयोजन भविष्य भी करता रहेगा । श्री मिश्रा ने सेना के अनुशासन को सब के लिये अनुकरणीय बताते हुये कहा कि यदि यही अनुशासन देश में लागू हो जाये तो सब कुछ ठीक हो जायेगा ।

       इस अवसर पर कर्नल उमाराव सिंह , मेजर जनरल मुकर्जी, ब्रिगेडियर पवार ने भी संबोधित करते हुये सम्मान समारोह के लिये श्री मिश्रा को साधुवाद देते हुये विश्वास व्यक्त किया कि यह कार्यक्रम भविष्य में भी सजल श्रध्दा आयोजित करती रहेगी ।

       इस अवसर पर मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित सिपाही शहीद रामवीर सिंह की पत्नि श्रीमती साकेत सैंगर, लेफ्टीनेंट शहीद सचेन्द्र सिंह पत्नि श्रीमती आशा माथुर, शहीद हवलदार सुल्तान सिंह नरवरिया की पत्नि श्रीमती शीला देवी, युध्द सेना मेडल से सम्मनित ग्रुप केप्टन शहीद के जे सिंह की पत्नि श्रीमती प्रतिमासिंह , मेजर शहीद रणवीर सिंह के पुत्र श्री हरीसिंह, वीरचक्र से सम्मानित हवलदार शहीद सरनाम की पत्नि श्रीमती सरोज सैंगर, शहीद नरेन्द्र सिंह राणा के पुत्र श्री ज्ञानसिंह  का शाल, श्रीफल, प्रतीक चिंह भेंटकर सम्मानित किया । इस मौके दार ग्वालियर चंबल संभाग के अंचल से ढाई से से अधिक शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ के श्री बीएस धाकड़, जिलाध्यक्ष श्री भारत सिंह भदौरिया, महामंत्री श्री रणवीर सिंह चौहान, राजावत वीरबल सहित अन्य पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।

 

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