मंगलवार, 9 सितंबर 2008

समाज गुरूजनों का सम्मान करना नहीं भूलें- श्री मिश्रा

समाज गुरूजनों का सम्मान करना नहीं भूलें- श्री मिश्रा

शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री मिश्रा ने 17 शिक्षकों का किया सम्मान

ग्वालियर 4 सितम्बर 08। प्रदेश के जलसंसाधन एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा है कि शिक्षा संस्कार देने वाले एवं भावी पीड़ी का निर्माण करने वाले गुरूजनों का सम्मान करना समाज को नहीं भूलना चाहिए। जितनी ऊंचाइयों व वरिष्ठ पदों पर हम सब है यह सब गुरूजनों की मेहनत का परिणाम है। श्री मिश्रा शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर हुरावली हनुमान मन्दिर परिसर में सार्वजनिक पुस्तकालय एवं बाचनालय मुरार द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को सम्बोघित कर रहे थे।

 इस अवसर पर श्री मिश्रा ने 17 शिक्षकों को शाल, श्रीफल प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। श्री मिश्रा ने अपनी ओर से प्रत्येक शिक्षक को 11-11 सौ रूपये की राशि भेंट करने की भी घोषणा की। उन्होंने मौके पर सार्वजनिक पुस्कालय एवं वाचनालय मुरार के विकास के लिए हर संभव सहायता राशि देने, हुरावली मन्दिर परिसर का सीमांकन कराके वाउण्ड्रीवाल निर्माण कराने की धोषणा की।

       समारोह को सम्बोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए गौरव पूर्ण है कि मैं आज गुरूजनों का सम्मान कर स्वयं गौरवान्वित हो रहा हूं। उन्होंने कहा कि जब एक शिष्य अपने गुरू का सम्मान करता है तो उसके भाव अलग ही होते है1 उन्होंने कहा कि शिक्षक जो अपने शिष्यों का जीवन शिक्षा संस्कारों से गढ़ता है। हमारे जीवन को तराशता एवं संवारता है ऐसे शिक्षकों का सम्मान करना हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्चपदों पर जाने से हमारा कुछ क्षण भंग हो सकता है लेकिन गुरूओं द्वारा दिये गए संस्कार हमें सदैव स्मरण कराते रहते है।

       श्री मिश्रा ने पुस्तकालय एवं बाचनालय द्वारा आयोजित शिक्षक सम्मान पर सभी आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि 81 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी बाचनालय का संचालन कर रहे है। सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय एवं बाचनालय चलाना सहज काम नहीं हैं। फिर भी सीमित संसाधनों से इस संस्था को चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वाचनालय के विकास के लिए एक लाख से लेकर अगर 5 लाख रूपये की आवश्यकता होगी तो मैं दूंगा। उन्होने कहा कि इस परिवर्तित वैज्ञानिक युग में डिजीटल बाचनालय स्थापित हो रहे हैं। उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री होने के नाते मैं हर कालेज में लाखों रूपये व्यय बाचनालयों को इन्टरनेंट से जोड़ने पर कर रहे। मंत्री श्री मिश्रा ने कहा कि वचपन से लेकर अभी तक ग्वालियर विकास का सपना जो मैने देखा इसके लिए ग्वालियर में कई बड़े महत्वपूर्ण विकास कार्य किये है। और आगे भी ग्वालियर को विकास के धरातल पर लाने के लिए तत्पर रहूंगा।

       श्री मिश्रा ने ग्वालियर में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि 9 सितम्बर को मुरार नदी के पुल का भूमि पूजन किया जावेगा। कार्यक्रम को सार्वजनिक पुस्तकालय एवं बाचनालय के पदाधिकारी श्री वासुदेव शर्मा, पूर्व अध्यक्ष श्री मोहन सिह माथुर, भगवत प्रसाद शर्मा, श्री सुनील शर्मा, जयदीप भगवान दास जैन, हितेन्द्र तिवारी और अचलेश्वर न्यास के नव नियुक्त अध्यक्ष श्री महेश मुदगल ने भी सम्बोधित किया।

       इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के शिक्षक सर्व श्री विनीता सक्सैना, श्रीमती पुष्पा पाण्डेय, खेम सिंह यादव, रामेश्वर दयाल शर्मा, रोशन लाल धाकड़, विजय कुमार मोर्य, नाथूराम शिवहरे, अशोक सोनी, मुरारी लाल सिरोठिया, जोगेन्द्र सिंह भदौरिया, जगदीश शर्मा, ओम प्रकाश दुबे, आर.डी. गुप्ता, राधेश्याम जादौन और उदयवीर सिह कुशवाह को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन राजू समाधिया ने किया। अन्त में सार्वजनिक बाचनालय एवं पुस्तकालय के अध्यक्ष श्री राम निवास शर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

 

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