शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2009

आदर्श गौशाला के विकास कार्यो का शुभारम्भ

आदर्श गौशाला के विकास कार्यो का शुभारम्भ
ग्वालियर दिनांक 28.10.2009- महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने आज नगर निगम द्वारा संचालित आदर्श गौशाला में 6 लाख रू. की लागत से इन्टरलॉकिंग टाइल्स, खनोटै व पानी की टंकियों के निर्माण हेतु भूमि पूजन किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि नगर निगम ग्वालियर की आदर्श गौशाला अन्य गौशालाओं में एक मिशाल साबित करे इसके लिये जो भी करना हो वो शीघ्र किया जावे । कार्यक्रम के दौरान महापौर द्वारा समस्त गौशाला का भ्रमण कर गायों का अवलोकन किया। गौशाला प्रभारी द्वारा भ्रमण के दौरान महापौर को अवगत कराया गया कि गौशाला में दुधारू गायों को सामान्य गायों से अलग कक्षों में रखा जाता है। इन गायों को प्रात: 4 बजे पूर्ण आहार उपलब्ध कराकर दूध निकालने का कार्य किया जाता है। गौशाला में जिस स्थानों पर सामान्य गायों को रखा गया है उस स्थान के विकास हेतु उन्होने जोर देते हुये कहा कि जमीन का समतलीकरण कराकर पानी निकास की व्यवस्था शीघ्र कराई जावे। गौशाला में चारों ओर पक्की नालियों का निर्माण किया जावे जिससे गौमूत्र संकलन कर इस
गौशाला में फिल्ट्रेशन मशीन द्वारा गौमूत्र को साफ कर बाजार में बिक्री हेतु उपलब्ध कराया जावे जिससे गौशाला की आय में भी इजाफा हो सकेगा क्योंकि इस फिल्टर प्लान्ट पर बहुत कम व्यय आता है और इसके निर्माण में समय भी कम लगेगा साथ ही उन्होने गौशाला के आसपास जो कि लगभग 40 बीघा भूमि है जिस पर गौशाला के कर्मचारियों द्वारा मेहनत एवं लगन से गायों को हरे चारे की पैदावार की जा रही है इस कार्य की सराहना करते हुये उन्होने कहा कि शेष पडी और भूमि को भी विकसित किया जावे जिससे गौशाला की गायों को आवश्यकतानुसार चारा उपलब्ध हो सकेगा। अधिक चारा उत्पादन होने से वर्तमान में हमें बाजार से जो चारा 10 लाख रूपये में क्रय करना पडता है वह क्रय नही करना पडेगा इससे निगम का व्यय भी कम हो सकेगा।
निरीक्षण के दौरान उन्होने गौशाला प्रभारी के.के. जैन को निर्देश दिये कि समस्त गायों एवं बछडों पर गले में नम्बर का टेग आवश्यक रूप से लगाया जावे साथ ही गायों को किसी भी प्रकार की खान-पान में कमी नही की जावे। निरीक्षण के दौरान गौशाला प्रभारी ने माननीय महापौर महोदय को अवगत कराया कि आदर्श गौशाला द्वारा निरंतर आय में बढोत्तरी की जा रही है । वर्ष 2007-08 में पशुधन संख्या 700 थी, गोबर खाद से आय 14300, दूध बिक्री से आय 6,06473, चार उत्पादन से 7,00000, दुधारू गायों की संख्या 30, एवं पशु रिहाई से आय 10,818 थी । वर्ष 2008-09 में दूध की विक्री से आय 6,63077 हुई और गौशाला द्वारा लगभग 6,29000 का चारा उत्पादन किया गया।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2009-10 में आदर्श गौशाला में गायों की संख्या 858 है इनमें से 64 गाय दुध देने वाली है, गोबर खाद विक्री से 6,000 रू. पशु रिहाई से 30,000 रू, गोबर कंडा विक्रय 15,000 गौमूत्र से 3000 रू. तथा वर्तमान माह तक गौशाला द्वारा 10,00000 हरा चारा उत्पन्न कराया जा चुका है । वर्तमान माह तक गौशाला द्वारा 5,10000 रू. का दूध का विक्रय भी किया जा चुका है। इस वर्ष से गौशाला में कन्डो के निर्माण का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है इन कन्डो के विक्रय से निगम को निरन्तर आय प्राप्त होती रहेगी।

कोई टिप्पणी नहीं: