स्वरोजगारियों को दुधारू भैंसें मुहैया कराने नवम्बर माह में लगेंगे विशेष मेले
स्वरोजगार मूलक योजनाओं के लक्ष्यों की पूर्ति तत्परता से करें- कलेक्टर
डी एल सी सी. की बैठक सम्पन्न
ग्वालियर 24 अक्टूबर 09। स्वरोजगारी अपनी पसंद की और उन्नत नस्ल की दुधारू भैंस खरीद सकें इसके लिये जिले में विशेष पशु मेले लगाये जायेंगे। स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत आगामी नवम्बर माह में लगने जा रहे इन मेलों में बड़े-बड़े पशु विक्रेताओं को दुधारू भैंसों के साथ आमंत्रित किया जायेगा। इस आशय की जानकारी कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज जिला स्तरीय बैंकर्स सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान दी। राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में आयोजित हुई बैठक में सहायक कलेक्टर सुश्री छवि भारद्वाज, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री बी एस. सिंह, नाबार्ड के प्रतिनिधि श्री जय निगम तथा विभिन्न बैंकों के समन्वयक व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने सभी बैंकों के समन्वयकों को हिदायत दी कि वे अपनी-अपनी बैंकों के माध्यम से भैंस पालन इकाइयों के सभी प्रकरणों को जल्द से जल्द स्वीकृत करा लें, ताकि संबंधित स्वरोजगारी नवम्बर माह में लगने वाले पशु मेले से अपनी पसंद की भैंस खरीद सकें। श्री त्रिपाठी ने बैठक में साफ किया कि जिला प्रशासन स्वोजगारमूलक योजना में गुणवत्तापूर्ण वित्त पोषण के लिये कटिबध्द है, अत: सभी बैंकर्स ऋण वितरण के समय इसका विशेष ध्यान रखें। स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार में लघु सिंचाई, मसाला व तेल घानी गतिविधि में भी प्रकरण तैयार करने के निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने शहरी अंचल के बी पी एल. स्वरोजगारियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये संचालित स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में बैंकर्स द्वारा बरती जा रही उदासीनता पर नाराजगी व्यक्त की। श्री त्रिपाठी ने सभी बैंकों के समन्वयकों से स्पष्ट तौर पर कहा कि जो बैंक इस योजना की लक्ष्यपूर्ति के प्रति गंभीर नहीं, उनके खिलाफ वरिष्ठ बैंक अधिकारियों को लिखा जायेगा। साथ ही अन्य सख्त कदम भी उठाये जायेंगे। कलेक्टर ने इस योजना के तहत बीते वर्ष में मंजूर हुए प्रकरणों में ऋण वितरण की कार्रवाई तत्परता से करने के निर्देश भी दिये।
बैंकों में जमा व अग्रिम की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने बैंकर्स से कहा कि बैंकों से ग्रामीणों को जोड़ने के लिये गंभीरता से प्रयास किये जायें। उन्होंने बकाया राशि बसूलने में बैंकर्स से पहल करने को कहा। श्री त्रिपाठी ने कहा कि राजस्व अमले को बैंक बसूली के लिये स्पष्ट रूप से ताकीद किया गया है, अत: बैंकर्स इसका फायदा उठायें।
बैठक में किसान क्रेडिट कार्ड, जिला उद्योग केन्द्र व अंत्यावसायी सहकारी समितियों के माध्यम से संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई। सभी बैंकर्स को स्वरोजगार मूलक योजना की लक्ष्य पूर्ति अगली डी एल सी सी. की बैठक से पूर्व करने के निर्देश दिये गये हैं।
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