मंगलवार, 30 जून 2009

कुत्ता काटने का भी होगा निशुल्क इलाज

कुत्ता काटने का भी होगा निशुल्क इलाज

सहरिया, बैगा भारिया जनजाति के लोगों का बगैर बी.पी.एल. सूची के भी इलाज

स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा के निर्देश

भोपाल 29 जून 09। दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना के तहत कुत्ता काटने पर नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। यह प्रावधान लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण चिकित्सा शिक्षा एवं उर्जा मंत्री श्री अनूप मिश्रा के निर्देश पर योजना में किया गया है। मंत्री के निर्देश पर राज्य शासन ने योजना के निए दिशा निर्देश सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को भेजे हैं।

       स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा के समक्ष गत दिनों दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई थी कि इस योजना के तहत कुत्ते के काटने का इलाज नि:शुल्क नहीं किया जाता है, क्योंकि इसमें मरीज भर्ती नहीं होता। इसके साथ ही यह भी प्रकरण सामने आया कि मरीज की भर्ती के दौरान तो नि:शुल्क इलाज मिलता है लेकिन अस्पताल से छुट्टी मिलने पर निरंतर इलाज चलने पर नि:शुल्क दवाएं नहीं मिलती। श्री मिश्रा ने इस विसंगति को दूर करते हुए कहा कि कुत्ता काटने पर दीनदयाल योजना कार्डधारी को विशेष प्रकरण माना जाए और अंत: रोगी के रूप में उसे एंटी रेबीज वेक्सीन नि:शुल्क लगाए जाएं। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर सभी मैदानी चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है कि ऐसे मरीज जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद भी उसे बीमारी के उपचार के लिए औषधियों के सेवन की आवश्यकता है, उन्हें अस्पताल से नि:शुल्क औषधियां उपलब्ध कराई जाए और इसकी प्रविष्टि मरीज के परिवार स्वास्थ्य कार्ड में की जाए।

       दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में गरीबी रेखा के नीचे जीवन बसर करने वालों को दिए जाने वाले इलाज के संबंध में नए दिशा-निर्देश सभी जिलों को भेजे गए। इन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जिन परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं लेकिन उनके नाम बी.पी.एल. सूची में दर्ज है ऐसी स्थिति में परिवार के किसी सदस्य को इलाज के लिए भर्ती होने पर तत्काल उनका कार्ड बनाकर योजना का लाभ दिया जाए। इस योजना में पात्र हितग्राहियों को प्रति परिवार प्रति वर्ष बीस हजार रुपये तक के इलाज की पात्रता है जिसमें औषधियां एवं विभिन्न जांचों में व्यय होने वाली राशि शामिल है। दिशा निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि शासन द्वारा सहरिया, बैगा भारिया आदि को विशेष पिछड़ी जनजाति घोषित किया गया है। इनके परिवारों को गरीबी रेखा की सूची में नाम न होने पर भी योजना का लाभ लेने की पात्रता होगी। मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना एवं निर्माण श्रमिक कार्डधारी परिवारों के संबंध में दिशा निर्देशों में कहा गया कि अगर इनके नाम गरीबी रेखा सूची में शामिल नहीं है तो ऐसे परिवारों के नए स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाएं और उसके प्रथम पृष्ठ पर 'मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा एवं निर्माण श्रमिक कार्डधारी' की सील अंकित की जाए ताकि इन कार्डों की पृथक से पहचान की जा सके। दीनदयाल योजना के तहत परिवार स्वास्थ्य कार्ड के प्रथम पृष्ठ पर मुखिया की फोटो अंकित होना चाहिए जो हितग्राही द्वारा ही उपलब्ध कराया जाएगा। योजना का लाभ सिर्फ उन हितग्राहियों को दिया जाए जो शासकीय चिकित्सालयों में भर्ती होते हैं। ऐसे मरीजों को दवाइयां उपलब्ध कराने पर उसके क्रय मूल्य का उल्लेख हितग्राही कार्ड में किया जाना जरूरी होगा। इसके अलावा जो औषधियां स्थानीय क्रय के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है उसका मूल्य भी परिवार स्वास्थ्य कार्ड में अंकित किया जाए।

       दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में मरीज का एक्सरे, सोनोग्राफी, ईसीजी या किसी भी प्रकार की पैथालोजी या रेडियोलॉजी से संबंधित जांच अस्पताल में कराई जाती है तो इसका मूल्य जो रोगी कल्याण समिति द्वारा निर्धारित हो का अंकन कार्ड में किया जाना चाहिए। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि शासकीय अस्पतालों में रेडियोलॉजी या पैथोलोजी की जांच की सुविधा होने पर ये जांच मान्यता प्राप्त अस्पताल में अथवा रोगी कल्याण समिति द्वारा अनुबंधित किसी निजी चिकित्सालय में कराई जा सकती। इसका भुगतान शासन द्वारा किया जाएगा और इसका अंकन हितग्राही के कार्ड में किया जाएगा। अगर किसी मरीज की अन्य किसी शासकीय अस्पताल के लिए रेफर किया जाता है तो उसे नि:शुल्क वाहन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना के कार्डधारी हितग्राहियों को यदि अस्पताल में भर्ती रहने की अवधि में दवाई या अन्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है तो उसका मूल्य भी परिवार स्वास्थ्य कार्ड में अंकित किया जाएगा और ऐसी गर्भवती महिलाओं की गणना दोनों योजना के हितग्राही के रूप में की जाएगी।

 

जिला स्तरीय कोर्डिनेशन कमेटी का पुनर्गठन

जिला स्तरीय कोर्डिनेशन कमेटी का पुनर्गठन

ग्वालियर 29 जून 09। स्वास्थ्य संचालनालय के निर्देशानुसार जिला स्तरीय टी बी./ एच आई व्ही. कोर्डिनेशन कमेटी का पुर्नगठन किया गया है। कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे।

       प्राप्त जानकारी के अनुसार कमेटी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उपाघ्यक्ष, डब्ल्यू एच ओ. कन्सलटेन्ट क्षय नियंत्रण कार्यक्रम विशेष आमंत्रित सदस्य एवं जिला क्षय अधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इनके अलावा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, अधीक्षक क्षय चिकित्सालय, नोडल अधिकारी जिला एड्स नियंत्रण समिति, जिले के सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी व सभी आई सी टी सी. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा समस्त एम ओ टी सी. क्षय नियंत्रण, कमेटी के सदस्य होंगे।

 

संभागायुक्त आज विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे

संभागायुक्त आज विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे

ग्वालियर 29 जून 09। संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह जिले के ग्रामीण अंचल में विभिन्न योजनाओं के तहत चल रहे विकास कार्यों की मंगलवार को समीक्षा करेंगे। समीक्षा बैठक प्रात: 11 बजे जिला पंचायत के सभागार में रखी गई है। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में जिला पंचायत के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारियों को विभागीय प्रगति रिपोर्ट के साथ बैठक में उपस्थित रहने के लिये कहा गया है।

 

जिला न्यायालय में जप्तशुदा सम्पत्ति की नीलामी 4 जुलाई को

जिला न्यायालय में जप्तशुदा सम्पत्ति की नीलामी 4 जुलाई को

ग्वालियर 29 जून 09। जिला न्यायालय के मालखाना में रखी हुई जप्तशुदा सम्पत्ति, पीतल, एल्युमिनियम व तांबे के वर्तनों आदि की नीलामी की जानी है। जिला न्यायालय के रजिस्ट्रार श्री आर के. जैन ने बताया कि यह नीलामी इन्द्रगंज स्थित जिला न्यायालय परिसर में 4 जुलाई को प्रात: 11 बजे की जायेगी। इच्छुक खरीददार उक्त नीलामी में भाग ले सकते हैं। नीलामी की शर्तें जिला न्यायालय के सूचना पटल पर देखी जा सकतीं हैं।

 

जिला सांख्यकीय कार्यालय द्वारा एक जुलाई से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जायेंगे

जिला सांख्यकीय कार्यालय द्वारा एक जुलाई से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जायेंगे

ग्वालियर 29 जून 09। संभागीय संयुक्त संचालक योजना एवं सांख्यकीय द्वारा अभिलेखों के आधार पर जो जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जा रहे थे उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद करते हुए उक्त रिकार्ड संबंधित पंजीयन इकाई नगर निगम ग्वालियर एवं नगर पालिका डबरा को वापस किया जा रहा है। अब किसी भी स्थिति में एक जुलाई 09 से योजना एवं सांख्यकीय कार्यालय ग्वालियर द्वारा जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जायेगे।

       संभागीय संयुक्त संचालक ने रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) एवं स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम ग्वालियर तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका डबरा को जन्म - मृत्यु पंजीयन संबंधी अभिलेख 30 जून तक आवश्यक रूप से प्राप्त कर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का कार्य करने के लिये लिखा है। अभिलेख प्राप्त न करने की दशा में इस कार्य में होने वाली जन असुविधा के लिये संबंधित उत्तरदायी होंगे। आयुक्त एवं मुख्य रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) आर्थिक एवं सांख्यकी म प्र द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जिला कार्यालय में पूर्व वर्षों का अभिलेख पंजीयन इकाई नगर निगम ग्वालियर का वर्ष 1934 से वर्ष 1998 तक एवं नगर पालिका डबरा का वर्ष 1965 से वर्ष 2006 तक का जन्म मृत्यु पंजीयन संबंधी अभिलेख जो जिला सांख्यकी कार्यालय में उपलब्ध है उसे तत्काल प्रभाव से वापस कर सांख्यकी कार्यालय द्वारा जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं करने के निर्देश दिये गये हैं। निर्देशों के परिपालन में जिला सांख्यकीय कार्यालय द्वारा एक जुलाई से कोई भी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किये जायेंगे।

 

ऋण राशि अदा न करने पर हितग्राहियो को आर आर सी. जारी

ऋण राशि अदा न करने पर हितग्राहियो को आर आर सी. जारी

ग्वालियर 29 जून 09। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले के तीन नि:शक्त हितग्राहियों के विरूध्द आर आर सी. जारी की गई है। साथ ही दो हितग्राहियों को पृथक से नोटिस जारी किये गये हैं।

      म प्र. विकलांग कल्याण तथा विकास समिति द्वारा सामान्य वर्ग के नि:शक्तजनों को स्वरोजगार के लिये ऋण स्वीकृत किया गया। इन हितग्राहियों में श्री चन्द्रमोहन मदान तहसील रोड ऑटोमोबाइल शॉप नं. 5 डबरा, श्री सुनील गुप्ता ग्राम अजयगढ़ पोस्ट बढ़ेरा बुजुर्ग डबरा तथा श्रीमती कमलेश शर्मा दीदार कालोनी डबरा शामिल हैं। इनके द्वारा 30 सितम्बर 07 से त्रैमास की लंबित राशि जमा न करने के कारण राशि वसूली हेतु संबंधित हितग्राहियों के विरूध्द आर आर सी. जारी करने की कार्रवाई की गई है। इनके अलावा श्री पुनीत शर्मा एवं श्री हरिओम अग्रवाल के द्वारा स्वरोजगार हेतु दिये गये ऋण की राशि नियमित रूप से जमा न करने के फलस्वरूप ऋण की लंबित राशि पर दण्ड ब्याज की राशि जमा करने हेतु पृथक से नोटिस जारी किये गये हैं। हितग्राहियों द्वारा समयावधि में ऋण अदायगी न किये जाने से अन्य सामान्य वर्ग के नि:शक्तजनों को ऋण देने में कठिनाई होती है। अत: नियमानुसार ऋण अदा नहीं करने वाले हितग्राहियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

 

ऋण राशि अदा न करने पर हितग्राहियो को आर आर सी. जारी

ऋण राशि अदा न करने पर हितग्राहियो को आर आर सी. जारी

ग्वालियर 29 जून 09। संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जिले के तीन नि:शक्त हितग्राहियों के विरूध्द आर आर सी. जारी की गई है। साथ ही दो हितग्राहियों को पृथक से नोटिस जारी किये गये हैं।

      म प्र. विकलांग कल्याण तथा विकास समिति द्वारा सामान्य वर्ग के नि:शक्तजनों को स्वरोजगार के लिये ऋण स्वीकृत किया गया। इन हितग्राहियों में श्री चन्द्रमोहन मदान तहसील रोड ऑटोमोबाइल शॉप नं. 5 डबरा, श्री सुनील गुप्ता ग्राम अजयगढ़ पोस्ट बढ़ेरा बुजुर्ग डबरा तथा श्रीमती कमलेश शर्मा दीदार कालोनी डबरा शामिल हैं। इनके द्वारा 30 सितम्बर 07 से त्रैमास की लंबित राशि जमा न करने के कारण राशि वसूली हेतु संबंधित हितग्राहियों के विरूध्द आर आर सी. जारी करने की कार्रवाई की गई है। इनके अलावा श्री पुनीत शर्मा एवं श्री हरिओम अग्रवाल के द्वारा स्वरोजगार हेतु दिये गये ऋण की राशि नियमित रूप से जमा न करने के फलस्वरूप ऋण की लंबित राशि पर दण्ड ब्याज की राशि जमा करने हेतु पृथक से नोटिस जारी किये गये हैं। हितग्राहियों द्वारा समयावधि में ऋण अदायगी न किये जाने से अन्य सामान्य वर्ग के नि:शक्तजनों को ऋण देने में कठिनाई होती है। अत: नियमानुसार ऋण अदा नहीं करने वाले हितग्राहियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

 

निर्माण मजदूरों के कल्याण की दिशा में कर्मकार मंडल का गठन क्रांतिकारी निर्णय -महापौर

निर्माण मजदूरों के कल्याण की दिशा में कर्मकार मंडल का गठन क्रांतिकारी निर्णय -महापौर

डेढ़ दर्जन से अधिक मजदूरों को तीन लाख से अधिक राशि के चेक वितरित

ग्वालियर 29 जून 09 । असंगठित क्षेत्र के निर्माण मजदूरों के समग्र कल्याण की दिशा में मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल का गठन कर प्रदेश सरकार ने एक क्रांतिकारी निर्णय लिया है । इस मंडल के माध्यम से ग्वालियर जिले के भी हजारों निर्माण श्रमिक लाभान्वित हो रहे हैं । यह बात महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर आज यहां सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय परिसर में मंडल की विभिन्न योजनाओं के तहत जिले के निर्माण मजदूरों को सहायता राशि के चेक प्रदान करते समय कही । उन्होंने इस अवसर पर डेढ़ दर्जन से अधिक निर्माण श्रमिकों व उनके परिजनों को करीबन तीन लाख रूपये की सहायता राशि के चेक वितरित किये । इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ से श्री सुधीर चतुर्वेदी, एटक से श्री बृजभान , इंटक से श्री एल के दुबे तथा श्री दीपक शर्मा सहित विभिन्न मजदूर संगठनों से जुड़े अन्य जनप्रतिनिधि व सहायक श्रम आयुक्त श्री आर एस यादव समेत श्रम विभाग के अन्य अधिकारी एवं निर्माण श्रमिक मौजूद थे ।

       महापौर श्री शेजवलकर ने चैक वितरित करते समय निर्माण मजदूरों का आह्वान किया कि वे कर्मकार मंडल की योजनाओं का लाभ लेने के लिये आगे आयें । उन्होंने कहा प्रदेश सरकार ने जिस शिद्दत के साथ निर्माण मजदूरों के हित में निर्णय लिये हैं, उनकी सार्थकता तभी सिध्द होगी जब हर पात्र श्रमिक को मंडल की योजनाओं का लाभ मिलेगा । इसलिये निर्माण श्रमिक न केवल अपना पंजीयन करायें बल्कि अपने अन्य परिचित श्रमिकों को भी भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल में पंजीबध्द करायें । श्री शेजवलकर ने नगर के निर्माण श्रमिकों को आश्वस्त किया कि नगर में यथोचित स्थान पर उनके लिये शेड बनाने की कार्रवाई गंभीरता से की जायेगी । नगर निगम में भी भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल में मजदूरों को पंजीकृत करने की व्यवस्था शुरू करने की बात भी महापौर ने कही।

       सहायक श्रम आयुक्त श्री आर एस यादव ने इस अवसर पर भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के माध्यम से संचालित प्रसूति सहायता, चिकित्सा सहायता, विवाह सहायता, मृत्यु की दशा में अन्त्येष्टि एवं अनुग्रह राशि का भुगतान, शिक्षा हेतु प्रोत्साहन योजना व मेधावी छात्र-छात्राओं को नगद पुरस्कार आदि योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का लाभ मंडल में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को प्रदान किया जाता है।

 

जिले में करीबन 32 हजार निर्माण मजदूर पंजीबध्द

मध्यप्रदेश भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में जिले के निर्माण मजदूरों को पंजीकृत करने का काम सतत रूप से जारी है । सहायक श्रम आयुक्त श्री आर एस यादव ने बताया कि मई माह के अंत तक जिले में 31 हजार 732 निर्माण श्रमिक पंजीकृत किये जा चुके हैं । इन सभी को परिचय पत्र प्रदान कर दिये गये हैं । उन्होंने बताया कि मंडल के माध्यम से मई माह के अंत तक जिले के तकरीबन एक हजार 677 निर्माण श्रमिकों को 60 लाख 54 हजार रूपये से अधिक आर्थिक सहायता राशि विभिन्न योजनाओं के तहत मुहैया कराई जा चुकी है ।

 

 

मलेरिया नियंत्रण : जैविक एवं रासायनिक छिड़काव से करेंगे मच्छरों का सफाया

मलेरिया नियंत्रण : जैविक एवं रासायनिक छिड़काव से करेंगे मच्छरों का सफाया

ग्वालियर 29 जून 09 । राष्ट्रीय वेक्टर रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत मलेरिया नियंत्रण के लिये आहूत अन्तरविभागीय कार्यशाला में आज मच्छरों के सफाये के लिये जैविक हथियार के रूप में अधिक से अधिक गम्बुसिया मछली का उपयोग करना तथा जिले के मलेरिया से प्रभावित रहने वाले 65 गांवों में मच्छर मारक रसायन का तीन राउण्ड छिड़काव करवाने का निर्णय लिया गया । जिले में मलेरिया नियंत्रण के प्रभावी प्रयास करने की दृष्टि से जन सम्प्रेषण अभियान चलाकर सम्प्रेषण माध्यमों से नागरिकों से सीधे सरल भाषा में जानकरियां पहुंचाई जावेगी ताकि वर्षा ऋतु में लोगों को मलेरिया रोग का शिकार होने से बचाया जा सके ।

      कार्यशाला की अध्यक्षता प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. यू के गुप्ता ने की । कार्यशाला में सिविल सर्जन डा. कल्पना जैन, जिला मलेरिया अधिकारी डा. आर के सोनी, नगर निगम चिकित्सा अधिकारी डा. सुभाष गुप्ता, गजराराजा चिकित्सामहाविद्यालय के अधीक्षक  सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे ।

      कार्यशाला में ग्वालियर नगर में मलेरिया नियंत्रण के लिये अपनायी गई रणनीति पर चर्चा करते हुये नगर निगम चिकित्सा अधिकारी डा. सुभाष गुप्ता ने बताया कि चार फोगिंग मशीनों द्वारा स्लम क्षेत्र सहित मलेरिया से प्रभावित होने की संभावना वाले क्षेत्रों में मच्छरों को मारने की प्रभावी कार्यवाही की जावेगी । नगर में रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था तथा वार्ड आफिसर्स के माध्यम से सधन निरीक्षण करवाया जा रहा है । जिन घरों में खुले में जल संग्रह किया जा रहा है, कूलर आदि में भी पानी सड़ रहा है जिससे वहां मच्छर पैदा होने से मलेरिया हो सकता है, ऐसे लोगों को नोटिस देकर सफाई करवाई जावेगी और हिदायतों का पालन न करने पर 500 रूपये का अर्थदंड भी किया जा सकेगा । साथ ही उन्होंने नगर के तालाबों और जल स्त्रोतों में गम्बुसिया मछली छोड़ने की भी बात कही ।

      जिला मलेरिया अधिकारी डा. आर के सोनी ने खेत-तालाब योजना सहित ग्रामीण क्षेत्र के जल स्त्रोतों में गम्बुसिया मछली डालने पर जोर देते हुये कहा कि नगर की लक्ष्मण तलैया को गम्बुसिया मछली की नर्सरी बना दिया गया है । नागरिक वहां मच्छरों का लारवा खाने वाली इस मछली को प्राप्त कर सकते हैं । ज्ञातव्य हो कि गम्बुसिया मछली प्रतिदिन मच्छरों के 200 से 300 लारवों का भक्षण करती है इस प्रकार मलेरिया नियंत्रण में उपयोगी जैव अस्त्र है । साथ ही उन्होंने बताया कि घटीगांव क्षेत्र सहित जिले में गत वर्षों में मलेरिया से प्रभावित होने वाले 65 गांवों की पहचान की गई है । इन चिन्हित गांवों में मच्छरों को मारने वाले प्रभावी रसायन का प्रथम छिड़काव 16 जून को किया जा चुका है तथा वर्षा ऋतु में ऐसे तीन छिड़काव  किये जावेंगें ।

      कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुये डा. यू के गुप्ता ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से मलेरिया के खिलाफ जंग में कामयाबी पायी जा सकती है । उन्होंने इस दिशा में पन्ना जिले के अपने अनुभव सुनाते हुये कहा कि हमें मच्छरों को पैदा होने से रोकना है । साथ ही चिकित्सकों को मलेरिया रोगियों का प्रभावी उपचार भी करना होगा । उन्होंने कहा कि मच्छर पैदा होते ही मलेरिया कारक नहीं होता दरअसल मलेरिया ग्रस्त रोगी का रक्त चूसने के बाद ही मलेरिया के विषाणु मच्छर में आते हैं और फिर सैकड़ों नागरिक उसका शिकार बनते हैं। इसलिये मच्छरों को पैदा न होने देना जितना जरूरी है उतना ही मलेरिया रोगी का सही उपचार भी ।

      कार्यशाला में अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी मलेरिया नियंत्रण में प्रभावी सहयोग का आश्वासन दिया ।

 

बेवसाइट का बिजली पानी सप्‍लाई पूरी तरह बन्‍द, पिछले 60 घण्‍टे से नहीं है बिजली

बेवसाइट का बिजली पानी सप्‍लाई पूरी तरह बन्‍द, पिछले 60 घण्‍टे से नहीं है बिजली

समाचार अपडेशन - खेद सूचना

हमें खेद है कि मुरैना म.प्र. में चल रही पिछले एक माह से बिजली कटोती विगत चार पाँच दिन से पूरे दिन और रात की बिजली कटोती में बदल जाने के कारण समाचार अद्यतन नहीं हो पा रहा है । विद्युत व्यवस्था सही होने या प्रशासनिक परिवर्तनों के बाद पूर्ववत अद्यतन किया जा सकेगा । अभी शहर मुरैना में 27 जून से वेबसाइट ग्‍वालियर टाइम्‍स के गांधी कालोनी मुरैना स्थित कार्यालय की बिजली सप्‍लाई का फीडर पूरी तरह अलग करके केवल वेबसाइट के कार्यालय के आसपास बिजली और पीने का पानी सप्‍लाई पूरी तरह बन्‍द कर दी गई है पिछले करीब 60 घण्‍टे से वेबसाइट कार्यालय क्षेत्र में बिजली पानी पूरी तरह बन्‍द होने के कारण अब अपडेट संभव नहीं है, परिणामत: भिण्‍ड, मुरैना और ग्‍वालियर के कुछ समाचार जो कि मुरैना के गांधी कालोनी कार्यालय से किये जाते हैं अब अपडेट होना संभव नहीं हैं अन्‍य कार्यालयों व अन्‍य शहरों से होने वाले अपडेट यथावत जारही रहेंगे ।  हमारा वायदा है हम अपनी पूर्व घोषित बनिया प्रशासन और भ्रष्‍टाचार तथा आपराधिक मामलों सम्‍बन्‍धी खबर अवश्‍य प्रकाशित करेंगे । अभी वेबसाइट कार्यालय की बिजली पानी सप्‍लाई मुरैना में पूरी तरह बन्‍द कर दिये जाने से समाचार अद्यतन संभव नहीं है ।

 

सोमवार, 29 जून 2009

निगमायुक्त के आदेशानुसार विभिन्न क्षेत्रों में चलाया विशेष सफाई अभियान

निगमायुक्त के आदेशानुसार विभिन्न क्षेत्रों में चलाया विशेष सफाई अभियान

ग्वालियर दिनांक 29.06.2009- निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के आदेशानुसार सहायक कचरा प्रबंधन अधिकारी के निर्देशन में आज क्षेत्रीय कार्यालय 9, 10, 19 एवं 20 में विशेष सफाई अभियान चलाया गया।

       सफाई अभियान के दौरान क्षेत्रीय कार्यालय क्र. 9 के अंतर्गत वार्ड क्र. 2728 में कम्पनी बाग, रिसाला बाजार, घासमण्डी, हरिजन बस्ती, मीरानगर, आर्यनगर, खुला संतर, कोतवाली संतर, नदी रपट, गरम सड़क, रिसाला बाई, नगर निगम कॉलोनी आदि क्षेत्रों में दलेल लगाकर झाडू व नालियों की सफाई करवाई गई। क्षेत्रीय कार्यालय क्र. 10 के अंतर्गत वार्ड क्र. 3031 में तानसेन रोड, लोको के पास, लक्ष्मणपुरा, गांधी नगर, तानसेन नगर, खेड़ापति कॉलोनी, रवि नगर तथा मैन रोड की नालियों की सफाई कराई गई।

       क्षेत्रीय कार्यालय क्र. 1920 के अंतर्गत वार्ड क्र. 42, 53, 54, 57, 60 के अंतर्गत हनुमान बांध, बजरंगगढ़, मेवाती नगर, लक्कड़खाना रोड, इंगले की गोठ, अवाड़पुरा, हरिजन बस्ती, हनुमान नगर, दौलतगंज, खुर्जे वाला मौहल्ला, पाटनकर का बाजार, जरी पट्टा न. 1, 23, फालका बाजार, कम्पू रोड, बालाबाई का बाजार, रॉक्सी नाला, जगनभईया की गली, रायसिंह का बाग आदि क्षेत्रों में दलेल लगाकर साफ-सफाई कराई गई एवं नालियों की सफाई व कचरे की ढेरियां भरवाई गई। उक्त क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत संबंधित वार्डों में शौचालय एवं मूत्रालयों की धुलाई कराई गई एवं कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया गया।

 

विभिन्न स्थानों से अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया

विभिन्न स्थानों से अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया

ग्वालियर दिनांक 29.06.2009- मदाखलत दस्ते ने वार्ड क्र. 8 के अंतर्गत जती की लाईन में रामसेवक शर्मा/रतनलाल शर्मा द्वारा सरकारी रोड पर दीवाल खड़ी कर ली गई थी जिसकी तुड़ाई क्षेत्र क्र. 3 के उपयंत्री की निशानदेही में की गई।

       इसके बाद मदाखलत दल हजीरा चौराहे, मील रोड, इंटक कार्यालय रोड, स्टेट बैंक चौराहा, तानसेन रोड, लक्ष्मणपुरा, महारानी लक्ष्मीबाई स्टेच्यू रोड, फूलबाग आदि क्षेत्रों से अस्थाई अतिक्रमण हटवाये गये एवं उक्त रूटों से कपड़े के बैनर निकलवाये गये तथा विद्युत पोलों से क्यिोक्स निकलवाये गये।

       दूरभाष पर सूचना के आधार पर तानसेन होटल के पास सर्किट हाउस से एक पागल गाय जो कि राहगीरों को मारकर घायल कर रही थी उसे गैंग द्वारा पकड़वाकर झांसी रोड के जंगलों में छुड़वाया गया।

       कार्यवाही के दौरान मदाखलत अधिकारी सत्यपाल सिंह चौहान, सहायक निरीक्षक राधेश्याम शर्मा, श्याम शर्मा, सुघर सिंह, अजय सक्सैना एवं विजय माहौर उपस्थित रहे।

 

नगर निगम चलायेगा विकास दर्शन कार्यक्रम

नगर निगम चलायेगा विकास दर्शन कार्यक्रम

ग्वालियर दिनांक 29.06.2009-  नगर निगम द्वारा शीघ्र ही ए.डी.बी., डी.एफ.आई.डी. तथा हुडको योजनांतर्गत चल रहे करोड़ों के विकास कार्यों की प्रगति से आम नागरिकों को अवगत कराने के लिये विकास दर्शन कार्यक्रम चलायेगा। उक्ताशय की जानकारी निगमायुक्त का कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी गई। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत एक सप्ताह तक प्रतिदिन नगर के विभिन्न व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधि, विद्यार्थी, वकील, समाजसेवी और बुद्विजीवी वर्ग के नागरिकों को शहर में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी मौके पर जाकर दी जावेगी।

       इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को विकास की हकीकत से परिचित कराना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नागरिक भविष्य के ग्वालियर से रूबरू हो सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि एडीबी परियोजना के तहत नगर निगम द्वारा मोतीझील फिल्टै्रशन प्लांट का नवीनीकरण किया जा रहा है तथा तिघरा पर एक नवीन फिल्टै्रशन प्लांट की स्थापना की जा रही है। शहर में 15 उच्च स्तरीय व भू-स्तरीय टंकियों के निर्माण के द्वारा नगर की जल समस्या के स्थाई समाधान हेतु प्रयास किये जा रहे हैं तथा जल वितरण नलिकाओं के बिछाये जाने के बाद शहर की जल समस्या का आगामी 30 वर्ष के लिये स्थाई निदान हो सकेगा। इन योजनाओं की जानकारी भी विकास दर्शन कार्यक्रम के तहत नागरिकों को उपलब्ध कराई जावेगी।

शहर में डी.एफ.आई.डी. योजना के तहत प्रोजेक्ट उत्थान में पेयजल स्वच्छता, सीवेज सिस्टम, सडकों के निर्माण व अधोसंरचना कार्यों के अंतर्गत विभिन्न गंदी बस्तियों में चल रहे निर्माण कार्य तथा पारदर्शी प्रशासन के लिये बनाये गये सिटीजन सर्विस सेन्टर तथा उपनगरीय कार्यालयों की गतिविधियां भी विकास दर्शन कार्यक्रम के तहत नागरिकों को दिखाई जावेगी। इसके अतिरिक्त हुडको योजनांतर्गत 26.42 करोड़ रू. की लागत से शहर के प्रमुख मार्गों का उन्नयन व विकास का कार्य हाथ में लिया गया है।

शहर को कचरामुक्त बनाने के लिये स्थापित किये गये लेण्डफिल साईट इत्यादि का दर्शन भी विकास दर्शन कार्यक्रम के तहत नागरिकों को कराया जायेगा। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर के निर्देशों पर बनाया गया इस विकास दर्शन कार्यक्रम जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में प्रांरभ होगा जिसके लिये जलबिहार स्थित परिषद कार्यालय से एक बस उपलब्ध कराई जायेगी जो दर्शनार्थियों को निगम की विकास योजनाओं का अवलोकन प्रतिदिन कराकर लायेगी।