शनिवार, 28 फ़रवरी 2009

इतैं तो चचा मंदी है छायी, वहाँ का हाल है

व्यंग्य
इतैं तो चचा मंदी है छायी, वहाँ का हाल हैं भाई
नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"

चचा बहुत दिनोँ से चची से मोबाइल पे बतिया बतिया के उकता गये थे और अब जब से देश में वेलेन्टाईन की बहार आयी है, चचा का मन मयूर भी रोमान्स की नयी स्टाइलें तलाश रहा था ।
चची जब से मायके गयीं हैं तब से चचा का मोबाइल का बैलेंस सेन्सेक्स के मानिंद ऊपर नीचे जा रहा है । मंदी का टैम चल रिया है, सी.एम. कह रिया है कि एम.पी. में मंदी आ गयी है सो नौकरियों पे रोक का बैरियर डाल दिये हैं । अब सी.एम. बेचारा का करे कि ससुरी मंदी सात समंदर फलांगती सीधे म.प्र. में आ धमकी , साला बीच में दूसरा कोई स्टेशन ही नहीं मिला । इस मुयी मंदी को भारत की बकाया सारी स्टेट छोड कर म.प्र. ही मिला अपना ठीया बनाने को ।
पर म.प्र. की मंदी कुछ अलग किसम की है यहां मंदी में किसी चीज के दाम कम नहीं हुये बल्कि उल्टे बढ और गये । एक और मजेदार बात इस मंदी की यह है कि मंदी का असर निर्माता और विक्रेता पर होता है यह ठीक बात है लेकिन सरकार पर भी होता है यह तो केवल म.प्र. में ही होता है । पता नहीं का बनाती और बेचती है सरकार । खैर हमें का बनियों की सरकार है सो सरकार में भी तराजू लगाय रखें हैं सो सरकार में भी मंदी घोषित हो रही है कौन अजीब बात है । वैसे मंदी में सरकार राहत साहत के पैकेज की दनादन बँटाई करके मंदी को डाउन करती कई बार सुनी होगी लेकिन मंदी में हिँगामुती बंदी यहीं म.प्र. ही में मिलेगी जहाँ मंदी के कारण उल्टे सरकार ही राहत पैकेज माँगे है । धन्य है मंदी, धन्य है मामा । म्हारो भारत सच्ची मुच्ची महान है ।
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व्यंग्य
इतैं तो चचा मंदी है छायी, वहाँ का हाल हैं भाई
नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"

चचा बहुत दिनोँ से चची से मोबाइल पे बतिया बतिया के उकता गये थे और अब जब से देश में वेलेन्टाईन की बहार आयी है, चचा का मन मयूर भी रोमान्स की नयी स्टाइलें तलाश रहा था ।
चची जब से मायके गयीं हैं तब से चचा का मोबाइल का बैलेंस सेन्सेक्स के मानिंद ऊपर नीचे जा रहा है । मंदी का टैम चल रिया है, सी.एम. कह रिया है कि एम.पी. में मंदी आ गयी है सो नौकरियों पे रोक का बैरियर डाल दिये हैं । अब सी.एम. बेचारा का करे कि ससुरी मंदी सात समंदर फलांगती सीधे म.प्र. में आ धमकी , साला बीच में दूसरा कोई स्टेशन ही नहीं मिला । इस मुयी मंदी को भारत की बकाया सारी स्टेट छोड कर म.प्र. ही मिला अपना ठीया बनाने को ।
पर म.प्र. की मंदी कुछ अलग किसम की है यहां मंदी में किसी चीज के दाम कम नहीं हुये बल्कि उल्टे बढ और गये । एक और मजेदार बात इस मंदी की यह है कि मंदी का असर निर्माता और विक्रेता पर होता है यह ठीक बात है लेकिन सरकार पर भी होता है यह तो केवल म.प्र. में ही होता है । पता नहीं का बनाती और बेचती है सरकार । खैर हमें का बनियों की सरकार है सो सरकार में भी तराजू लगाय रखें हैं सो सरकार में भी मंदी घोषित हो रही है कौन अजीब बात है । वैसे मंदी में सरकार राहत साहत के पैकेज की दनादन बँटाई करके मंदी को डाउन करती कई बार सुनी होगी लेकिन मंदी में हिँगामुती बंदी यहीं म.प्र. ही में मिलेगी जहाँ मंदी के कारण उल्टे सरकार ही राहत पैकेज माँगे है । धन्य है मंदी, धन्य है मामा । म्हारो भारत सच्ची मुच्ची महान है ।
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शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2009

संभागायुक्त जन समस्याओं के समाधान के लिये लगायेंगे ''खुला मंच''

संभागायुक्त जन समस्याओं के समाधान के लिये लगायेंगे ''खुला मंच''

संभाग का पहला ''खुला मंच'' 6 मार्च को ग्वालियर में

ग्वालियर 26 फरवरी 09। आमजन की समस्याओं का मौके पर ही समाधान और शासकीय कार्यक्रमों की समीक्षा के मकसद से संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह की पहल पर संभाग के सभी जिलों में ''खुला मंच'' का आयोजन होगा। इस आयोजन में पुलिस महानिरीक्षक श्री डी एस. सेंगर भी मौजूद रहेंगे। इस जन सुनवाई पध्दति के तहत दिन के पूर्वान्ह में जिला एवं खण्डस्तरीय अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक में योजनाओं की समीक्षा की जायेगी और दिन के अपरान्ह में आम जनता की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। ''खुला मंच''  में जन समस्याओं के समाधान के लिये एक ओर कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक व जिला कलेक्टर सहित संभाग, जिला व खण्डस्तरीय अधिकारी बैठेंगे और सामने होगी आम जनता। आम जनता की ओर से जो भी समस्यायें बताई जायेंगीं उनका उचित समाधान मौके पर ही संबंधित अधिकारी के माध्यम से कराया जायेगा। ''खुला मंच'' की समस्त कार्रवाई की रिकार्डिंग की जायेगी और लगातार फॉलोअप भी किया जायेगा जिससे आमजन की शतप्रतिशत समस्याओं का समाधान हो सके, साथ ही शासकीय योजनाओं को गति दी जा सके।

      संभागायुक्त डॉ. कोमल सिंह ने ''खुला मंच'' आयोजन के लिये जिलेवार तिथियां निर्धारित कर दी हैं। पहला ''खुला मंच'' आगामी 6 मार्च को ग्वालियर में आयोजित होगा। शिवपुरी जिला मुख्यालय पर 7 मार्च, गुना में 9 मार्च , अशोक नगर में 10 मार्च व दतिया जिला मुख्यालय पर 13 मार्च को ''खुला मंच'' आयोजित होगा।

 

दूरस्थ ग्रामों में पहुंचकर रोजगार गारण्टी योजना के कार्यों का कलेक्टर ने लिया जायजा

दूरस्थ ग्रामों में पहुंचकर रोजगार गारण्टी योजना के कार्यों का कलेक्टर ने लिया जायजा

अच्छा काम करने वाली पंचायतों को मिलेंगी विकास की सौगातें

ग्वालियर 26 फरवरी 09। जिले की जनपद पंचायत मुरार व डबरा के दूरस्थ ग्रामों मे रोजगार गारण्टी योजना के तहत चल रहे  रोजगार मूलक कार्यों का आज जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ जायजा लिया। जिला कलेक्टर को भ्रमण के दौरान जिन ग्राम पंचायतो में इस योजना के कार्यों में अधिक संख्या में श्रमिक काम करते मिले वहाँ के सरपंच व सचिव को उन्होंने आश्वस्त किया कि ऐसी पंचायतों को विकास की और भी सौगातें मिलेंगी। गौरतलब है कि रोजगार गारण्टी योजना के तहत जिले के ग्रामीण अंचल में जरूरतमंदों को गाँव के नजदीक ही रोजगार मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष मुहिम चीलाई जा रही है। इस मुहिम के तहत ग्रामीण अंचल में न केवल बड़े पैमाने पर रोजगार मूलक काम खोले जा रहे है बल्कि कार्यों की सतत् निगरानी भी रखी जा रही है, ताकि श्रमिकों को समय से भुगतान हो सके, साथ ही यादि और रोजगार की आवश्यकता हो तो वहाँ नये कार्यों को मंजूरी दी जा सके। इसी सिलसिले में जिला कलेक्टर आज भ्रमण पर निकले थे।

       जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने आज जनपद पंचायत डबरा की दूरस्थ ग्राम पंचायत बीजकपुर के अन्तर्गत रोजगार गारण्टी योजना के तहत बनाई जा रही मिट्टी सड़क का जायजा लिया। करीबन 4 लाख 97 हजार रूपये की लागत से बनाई जा रही इस सड़क पर 55 श्रमिक काम करते मिले। इन श्रमिकों में महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक थी। कलेक्टर ने इससे पहले जनपद पंचायत मुरार की ग्राम पंचायत बड़ोरी में इस योजना के तहत रेलवे फाटक से लौंड़रा तक करीबन 4 लाख 69 हजार रूपये की लागत से तथा ग्राम पंचायत अड़ूपुरा में 4 लाख 73 हजार रूपये की लागत से निर्माणाधीन मिट्टी की सड़कों का मुआयना किया। उन्होंने इसी जनपद पंचायत के अन्तर्गत ग्राम रवार में डब्ल्यू.बी.एम. सड़क का काम भी देखा। रोजगार गारण्टी योजना व स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के संयोजन से ग्राम रौरा में ग्राम पंचायत द्वारा बनाई गई सीमेण्ट काँक्रीट खरंजे का भी उन्होंने अवलोकन किया। इस खरंजे का निर्माण करीबन 3 लाख 60 हजार रूपये की लागत से किया गया है। उक्त कार्यों के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने मस्टररोल व श्रमिकों के जॉब कार्ड भी देखे। उन्होंने इस दौरान संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपाल अधिकारियों को साफतौर पर हिदायत दी कि वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि श्रमिकों की मजदूरी समय से उनके बैंक खातों मे जमा हो जाये। उन्होंने कार्यवार नियुक्त मेट व उप यंत्रियों आदि के सहयोग से श्रमिकों के जॉब कार्ड में नियमित रूप से आवश्यक एण्ट्री कराने के निर्देश दिये। श्री त्रिपाठी ने इस दौरान श्रमिकों की समस्यायें भी सुनी और ग्राम लौंड़रा की आदिवासी बस्ती और ग्राम इमला का पुरा में नवीन हैण्डपम्प खनित कराने के लिए पी एच ई. के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये। उन्होंने ग्राम बड़ौरी, रौरा व बीजकपुर में रोजगार गारण्टी योजना के तहत तालाब व स्टॉप डेम आदि जल संरचनायें बनाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने हेतु ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया।

रोजगार गारण्टी योजना ने हमें गाँव में ही रोक लिया

रोजगार गारण्टी योजना ने हमें गाँव में ही रोक लिया। इस योजना से यदि हमारे गाँव में काम शुरू नहीं होता तो हमें न जाने कहाँ-कहाँ रोजगार की तलाश में भटकना पड़ता। यह कहना है जनपद पंचायत मुख्यालय डबरा से करीबन 25 मिलोमीटर दूर बसे ग्राम इमला का पुरा के प्रताप, भोला, ओंकार, कैलाश, कमला बाई, रामश्री, कला व लक्ष्मी आदि का। ग्राम पंचायत बीजकपुर के इस गांव में रोजगार गारण्टी योजना के तहत बनाई जा रही जिस सड़क पर ये श्रमिक काम कर रहे हैं उसका जायजा लेने जब गुरूवार को जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी पहुंचे तब इन सभी ने अपनी यह खुशी जाहिर की। इन मेहनतकस लोगों की काम के प्रति लगन व आवश्कता को देखकर जिला कलेक्टर भी प्रभावित हुए और उन्होंने इस पंचायत में तालाब सह स्टॉप डेम के रूप में एक और रोजगार मूलक काम कराने के निर्देश मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने इमला का पुरा की पेयजल समस्या के समाधान के लिये जल्द ही एक नवीन हैण्डपम्प खनित कराने की माँग भी स्वीकार कर ली और पी एच ई. के अमले को यह काम  कराने के लिये मौके पर ही निर्देश भी दे दिये।

 

नव सवंत्सर महोत्सव के आयोजन हेतु महापौर ने बैठक ली

नव सवंत्सर महोत्सव के आयोजन हेतु महापौर ने बैठक ली

ग्वालियर दिनांक 26.02.2009- महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने नव सवंत्सर महोत्सव मनाये जाने के संबंध में एवं उनमें की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में आज विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं निगम अधिकारियों की बैठक  आयोजित की।

       आयोजित बैठक में महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने इस वर्ष नव सवंत्सर महोत्सव बड़े धूमधाम से आयोजित करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सम्पूर्ण व्यवस्थायें आयोजन के पूर्व पूर्ण कर ली जावे, इस वर्ष नव सवंत्सर महोत्सव समारोह 26 अप्रेल से 28 अप्रेल तक आयोजित किया जाना है। इसके साथ-साथ सम्पूर्ण शहर में लगभग 15 श्रृख्लायें आयोजित होंगी। इन सभी की व्यवस्थाओं हेतु संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सम्पूर्ण व्यवस्थायें चुनाव आचार संहिता के पूर्व पूर्ण कर लेंवे।

       आज की बैठक में विभिन्न सांस्कृतिक समितियों के सदस्य एवं निगम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

 

सम्पत्तिकर जमा न करने पर सोढ़ी की फैक्ट्री सील की

सम्पत्तिकर जमा न करने पर सोढ़ी की फैक्ट्री सील की

ग्वालियर दिनांक 26.02.2009- निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के निर्देशन में वर्तमान में बकाया सम्पत्तिकर एवं चालू वित्तीय वर्ष का सम्पत्तिकर जमा करने हेतु विभिन्न क्षेत्रों में कुर्की अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत आज विक्की फैक्ट्री के पास सोढ़ी की फैक्ट्री सील की गई।

       सोढ़ी की फैक्ट्री पर 13 लाख 17 हजार सम्पत्तिकर बकाया है इस फैक्ट्री में तीन गोदाम संचालित पाये गये जिनमें कच्ची शराब की बोतल, बारदाना एवं ऑयल मील का गोदाम संचालित था। सोढ़ी द्वारा सम्पत्तिकर की उक्त राशि जमा न किये जाने पर निगमायुक्त डॉ. पवन शर्मा की उपस्थिति में उक्त फैक्ट्री सील की गई। इस अवसर पर सम्पत्तिकर उपायुक्त अभय राजनगांवकर, सहायक आयुक्त द्वय गुलाबराव काले, जयकृष्ण गौड़ एवं जगदीश अरोरा, महेश शर्मा उपस्थित थे। आज समस्त क्षेत्रीय कार्यालयों से 6 लाख रू. की सम्पत्तिकर राशि वसूल कर निगम कोष में जमा कराई गई।      

 

निगमायुक्त द्वारा विभिन्न क्षेत्रों का आकस्मिक निरीक्षण

निगमायुक्त द्वारा विभिन्न क्षेत्रों का आकस्मिक निरीक्षण

ग्वालियर दिनांक 26.02.2009- निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने आज लक्कड़खाना नाले के कार्य का अवलोकन किया, कार्य में और गति लाने के निर्देश संबंधित हितग्राहियों को दिये गये, इसके अतिरिक्त लक्कड़खाना पुल से तिलकनगर तक चल रहे डम्बरीकरण कार्य का भी निगमायुक्त द्वारा अवलोकन किया गया। उक्त कार्य समयसीमा में कराये जाने के निर्देश दिये गये।

       राममंदिर स्थित प्रस्तावित सुलभ शौचालय स्थल का निरीक्षण किया गया तथा उक्त कार्य शीघ्र प्रांरभ किये जाने के निर्देश दिये गये। राममंदिर के पास शिवाजी पार्क का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान शिवाजी पार्क में बैन्च एवं सिन्टैक्स की टंकी रखाये जाने के निर्देश पार्क विभाग एवं पी.एच.ई. के अधिकारियों को दिये गये। इस अवसर पर निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के साथ कार्यपालनयंत्री दिनेश अग्रवाल, सहायकयंत्री महेश भार्गव, रामलाल साहू एवं क्षेत्रीय पार्षद श्रीमती मधु भारद्वाज साथ रहीं।

 

जलकार्य एवं जनकार्य के कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

जलकार्य एवं जनकार्य के कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

ग्वालियर दिनांक 26.02.2009- नगर निगम द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि लश्कर पश्चिम के उपनगरीय कार्यालय में आज अपरान्ह 3.00 बजे जलकार्य एवं जनकार्य विभाग से संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

       बैठक में दोनों विभागों से संबंधित कार्यों के संबंध में चर्चा की गई। कार्यों को और गति लाने के लिये संबंधितों को निर्देशित किया गया।

बैठक में नेता सत्तापक्ष प्रीतम सिंह नौगईया, सतीश बोहरे, राकेश माहौर, जगदीश सविता, विनोद अष्टैया, घनश्याम शाक्य, श्रीमती समीक्षा गुप्ता, श्रीमती बीना बलवंत सिंह, बलराम ढींगरा, अपर आयुक्त सुरेश शर्मा, जयकृष्ण गौड़, ई.ई. गोड़िया, दिनेश अग्रवाल, महेश भार्गव, महेन्द्र अग्रवाल, जलकार्य विभाग के अरविन्द्र शर्मा, डी.के. गुप्ता, जागेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

 

विभिन्न स्थानों से स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण हटाये गये

विभिन्न स्थानों से स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण हटाये गये

ग्वालियर दिनांक 26.02.2009- निगमायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा के निर्देशानुसार मदाखलत दस्ते ने विक्की फैक्ट्री पर जगदीश सोढ़ी के गोदाम को सील कराया गया एवं उनको सख्त हिदायत दी गई कि जल्द से जल्द सम्पत्तिकर जमा करावें। सहायक इंजीनियर अरविन्द्र चतुर्वेदी एवं भवन अधिकारी के पत्र अनुसार आशा जैन/आर.बी. जैन, नई सड़क के द्वारा बिना अनुमति भवन निर्माण किया जा रहा था उसका लूज सरिया जप्त कर लाया गया।

       ए.जी. ऑफिस रोड, माधवनगर चौराहा, कटोराताल रोड, मांडरे की माता रोड, आमखो, कम्पू, बाड़ा, नजरबाग मार्केट, सराफा, पाटनकर चौराहा, फालका बाजार, शिन्दे की छावनी, फूलबाग आदि स्थानों से मुख्य चौराहों के गुलम्बरों से झण्डी, बैनर आदि निकलवाये गये। नई सड़क, पाटनकर चौराहा, फालका बाजार, छप्पर वाला पुल, शिन्दे की छावनी, फूलबाग आदि स्थानों से अस्थाई अतिक्रमण हटवाये गये एवं ठेले वालों को हॉकर्स जोन भिजवाया गया।

       कार्यवाही के दौरान मदाखलत अधिकारी सत्यपाल सिंह चौहान, सहायक निरीक्षक राधेश्याम शर्मा, सुघर सिंह दरोगा, श्यामसुंदर शर्मा एवं विजय माहौर दल बल सहित उपस्थित रहे।

 

प्रदेश का पहला इन्जेक्शन सेफ्टी प्रोजेक्ट ग्वालियर चिकित्सा महाविद्यालय को मॉडल इन्जेक्शन प्रोजेक्ट कार्यशाला 5 मार्च को

प्रदेश का पहला इन्जेक्शन सेफ्टी प्रोजेक्ट ग्वालियर चिकित्सा महाविद्यालय को मॉडल इन्जेक्शन प्रोजेक्ट कार्यशाला 5 मार्च को

ग्वालियर 26 फरवरी 09। इन्जेक्शन सेफ्टी के चुनौती पूर्ण कार्य को विस्तार देने के लिए मध्य प्रदेश के एक मात्र मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर प्रोजेक्ट का दायित्व जे ए. हॉस्पिटल ग्रुप, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर को सौंपा गया है। आई पी ई एन. की सक्रिय पहल पर देश के चिकित्सा महाविद्यालय एवं उनसे संबंधित चिकित्सा इकाईयों में केन्द्र तथा राज्य सरकार के सहयोग से मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर्स का नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है। देश के 20 राज्यों में ऐसे 25 सेन्टर स्थापित किये गये हैं। जिनमें से एक ग्वालियर के चिकित्सा महाविद्यालय को प्राप्त हुआ है। मॉडल सेन्टर के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इन्जेक्शन सेफ्टी के प्रति जागरूक बनाकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। चिकित्सा महाविद्यालय के कम्युनिटी मेडीसिन / पी एस एम.विभागाध्यक्ष  डॉ. अशोक मिश्रा ने प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रोजेक्ट के अन्तर्गत जे ए एच. के आउट डोर मेेंं दो मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर, फील्ड हैल्थ सेन्टर डबरा में एक, अर्बन हैल्थ सेन्टर ठाठीपुर में एक, कम्युनिटी हैल्थ सेन्टर भितरवार तथा नूराबाद सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऑंतरी, बरई, कुलैथ तथा बामौर में एक-एक इस प्रकार चिकित्सा महाविद्यालय एवं उससे सम्बध्द चिकित्सा इकाइंयों मे ग्यारह मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर स्थापित किये  गये हैं।

       इन्जेक्शन लगाने की दिशा में बरती जाने वाली लापरवाही रोकने के लिये मॉडल इन्जेक्शन सेंटर जैसे प्रोजेक्ट काफी सहायक सिध्द होंगे। वर्ष 2000-2002 मे आई पी ई एन. द्वारा किये गये  देशव्यापी अध्ययन में इन्जेक्शन लगाने की विधि में 53.1 प्रतिशत को गलत  पाया गया और इन्जेक्शन लगाते  हुए की जा रही लापरवाही से एच आई व्ही. तथा हैपीटाइटिस जैसे रक्त जन्य वायरस से प्रभावित होने की 31.6 प्रतिशत संभावनाएं उजागर हुईं थी। इस प्रकार देश में असुरक्षित टीकाकरण का बड़ा खतरा उठाया जा रहा  था। केन्द्र सरकार ने इस अध्ययन की रिपोर्ट को पूरी गंभीरता से लिया तथा यूनिवर्सल टीकाकरण में शतप्रतिशत ए डी सीरिन्जों का प्रयोग अनिवार्य कर दिया। राज्यों की चिकित्सा इकाईयां भी अब इसे अपनाने लगी हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ग्वालियर डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने इस संबंध में बताया कि ए डी. सीरिन्ज उपयोग के उपरान्त लॉक हो जाती है व इसका  दुबारा उपयोग नहीं किया जा सकता । इस प्रकार संक्रमित रक्त जन्य वायरस के एक व्यक्ति से अन्य व्यक्तियों के संक्रमित होने का खतरा नहीं रहता। अब भविष्य में सभी शासकीय चिकित्सा इकाईयों में भी सिर्फ एडी सीरिंज का उपयोग होने लगेगा ।

       इन्जेक्शन सेफ्टी प्रयासों के इतिहास पर दृष्टि डालें तो वर्ष 1985 से पूर्व तक शीशे की अथवा दंत चिकित्सा में स्टील की सीरिंज का उपयोग होता था । सीरिंज और इन्जेक्शन लगाने वाली सुई को स्ट्रलाईजर अथवा किसी बर्तन में उबाल कर बार-बार उपयोग करने का प्रचलन था । तब एक सीरिंज से औसतन 40 इन्जेक्शन लगाये जाते थे और एक सुई का उपयोग दस रोगियों पर किया जाता था । बच्चों को लगने वाले बीसीजी टीकों में एक सुई से पांच बच्चों को इन्जेक्शन देने की हिदायत थी । तब ऑटोक्लेव, ड्रम स्ट्रलाईजर फिर 86-87 से प्रेशर कूकर वाले स्ट्रलाईजरों का भी उपयोग प्रचलन में आ चुका था । वर्ष 1987-88 में प्लास्टिक की बार-बार उपयोग वाली सीरिंज और फिर 1998-99 में एडी सीरिंज का प्रथम बार उपयोग हुआ । लम्बे परीक्षण के उपरांत चिकित्सा क्षेत्र में एडी सीरिंज को पूरी तरह अंगीकार कर लिया गया है। इन्जेशन लगाने के लिये प्रयुक्त सीरिंज के विनिष्टीकरण की दिशा में भी वैज्ञानिक सोच के महत्व को स्वीकारा गया । पर्यावरण की दृष्टि से खुले में विनिष्टीकरण करते हुये एक समय में 100 से अधिक सीरिंज न जलाई जावें । इसी प्रकार गङ्ढा खोदकर अथवा 9-12 इंच के गङ्ढे में छेद वाले गत्ते के डिब्बे में केरोसिन अथवा स्प्रिट का थोड़ा उपयोग कर के इस्तेमाल की जा चुकी एडी सीरिंजों को जलाकर नष्ट किया जा सकता है ।

मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर प्रोजेक्ट  चिकित्सा महाविद्यालयों की चिकित्सा इकाईयों के माध्यम से इन्जेक्शन सेफ्टी विस्तार का सुदृढ़ संस्थागत मैकेनिज्म तैयार करेगा। साथ ही बॉयो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल के पुख्ता बन्दोबस्त हेतु जिला कचरा प्रबंधन समिति का भी इसमें सक्रिय सहयोग  लिया जावेगा।

कार्यशाला 5  को

सुरक्षित इन्जेक्शन पध्दति के विस्तार की दिशा में जागरूकता सन्देश सम्प्रेषण हेतु मॉडल इन्जेक्शन सेन्टर सम्बन्धी एक दिवसीय कार्यशाला गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के कम्युनिटी मेडीसन तथा पी एस एम. विभाग मे 5 मार्च को होगी। कार्यशाला प्रात: 9 बजे से प्रारंभ होगी। कार्यशाला में सुरक्षित इन्जेक्शन पध्दति,इन्जेक्शन संबंधी कचरे के प्रबंधन तथा समाज मे इसके प्रति जागरूकता विस्तार की रणनीति पर विचार विमर्श होगा।

 

निगम परिषद की बैठक में प्रथम बार पधारने पर ग्वालियर क्षेत्र के विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर को पुष्पाहार से स्वागत

निगम परिषद की बैठक में प्रथम बार पधारने पर ग्वालियर क्षेत्र के विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर को पुष्पाहार से स्वागत

ग्वालियर दिनांक 25 फरवरी 2009- निगम परिषद के सम्मेलन में प्रथम बार पधारने पर ग्वालियर क्षेत्र के विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर का महापौर विवेक नारायण शेजवलकर एवं अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह जादौन के अतिरिक्त उपस्थित सभी पार्षदों ने पुष्पाहार से स्वागत किया, इसके अतिरिक्त नगर निगम अधिकारी एवं कर्मचारियों की ओर से निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने भी विधायक को पुष्पाहार पहनाकर स्वागत किया।

       आज की बैठक में प्रथम बार उपस्थित हुये विधायक प्रधुम्न सिंह तोमर ने महापौर विवेक नारायण शेजवलकर एवं उपस्थित सभी पार्षदों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि नगर विकास में सदैव निगम परिषद के साथ कन्धे से कन्धे मिलाकर कार्य करने को तैयार हैं।

 

निगम में स्थाई पद पर 24 उपयंत्री एवं योजना अवधि पर 9 उपयंत्री नियुक्त किये

निगम में स्थाई पद पर 24 उपयंत्री एवं योजना अवधि पर 9 उपयंत्री नियुक्त किये

ग्वालियर दिनांक 25 फरवरी 2009- नगर निगम, ग्वालियर द्वारा आज उपयंत्री के नियमित पदों पर अनारक्षित श्रेणी में 12 पिछडा वर्ग के 4 अनुसूचित जाति के 5 उपयंत्री इलेक्ट्रिकल के पद पर अनारक्षित-1, 0जा0 का-1 तथा उपयंत्री मैकेनिकल के पद पर 01 अनारक्षित कर्मचारी की नियुक्ति की। साथ ही योजना अवधि के लिये भी 9 उपयंत्री तैनात किये गये हैं जिनमें अनारक्षित 5 अन्य पिछड़ा वर्ग का 01 तथा अ0जा0 के 3 कर्मचारी नियुक्त किये गये हैं।

       निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा आज वरियता चयन सूची जारी कर नियुक्त हुये उपयंत्रियों को अनिवार्य रूप से 02 मार्च 2009 तक उपस्थित होने के आदेश जारी किये हैं, नियुक्त किये गये उपयंत्री सिविल में उत्पल सिंह/शेर सिंह भदौरिया, सुनील/दीपनारायण भार्गव, राघवेन्द्र/स्व. लक्ष्मणराव अष्ठपुत्रे, अरविन्द्र सिंह/बैजनाथ वर्मा, कृपाशंकर/लालमानी त्रिपाठी, वेदप्रकाश/गंगाचरन निरंजन, मोहनलाल/केवलराम बामनिया, पवन कुमार/लोल शर्मा, सुरेश कुमार/मातादीन, पुष्पेन्द्र/राजेन्द्र कुमार, अवधेशप्रताप सिंह/गंगा सिंह, राजू/जगन्नाथ गोयल । अन्य पिछड़ा वर्ग में 4 पदों के विरूद्व धर्मेन्द्र/विजय सिंह, राजीव/गंगाप्रसाद सोनी, राकेश सिंह/कलियन सिंह, मनीष/महाराज सिंह । अ0जा0 के 5 पदों के विरूद्व ऊषा अरूण पुत्री श्री लखनलाल चौधरी, वीरेन्द्र कुमार/श्रीलाल शाक्य, बृजबिहारी/श्रीराम चन्सौलिया, राकेश/मांगीलाल, अजय कुमार/स्व. आशाराम शाक्यवार । उपयंत्री इलेक्ट्रिकल के अनारक्षित 2 पदों के विरूद्व मनोज कुमार/रतनप्रकाश सक्सैना। अ0जा0 के एक पद के विरूद्व रामबाबू दिनकर/लालाराम दिनकर, उपयंत्री मैकेनिकल नियमित पद पूर्ति में एक पद के विरूद्व शैलेन्द्र सक्सैना/आर.बी. सक्सैना की नियुक्ति की गई। आज जारी इस नियुक्ति सूची के साथ ही योजना अवधि के लिये भी जिन उपयंत्रियों की नियुक्ति की गई हैं उनमें 6 अनारक्षित पदों के विरूद्व बृजकिशोर त्यागी/जे.पी.त्यागी, बसुकांत बिरथरिया/व्ही.डी. बिरथरिया, विशालराज रामकर/डॉ. जे.बी.रामकर, प्रियंका श्रीवास्तव, राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, राजेश सिंह परिहार/भागीरथ सिंह परिहार । अन्य पि00 के लिये आरक्षित एक पद के विरूद्व लाखन सिंह कुशवाह/मुन्नालाल कुशवाह । अ0जा0 के लिये 3 पदो के लिये नरेन्द्र सिंह सखवार/रामकुमार सखवार, वासुदेवप्रसाद/स्व. श्री मंगलिया रामशाक्या, गोविन्दबिहारी/श्रीराम चन्सौलिया नियुक्त किये गये।

 

निगम में स्थाई पद पर 24 उपयंत्री एवं योजना अवधि पर 9 उपयंत्री नियुक्त किये

निगम में स्थाई पद पर 24 उपयंत्री एवं योजना अवधि पर 9 उपयंत्री नियुक्त किये

ग्वालियर दिनांक 25 फरवरी 2009- नगर निगम, ग्वालियर द्वारा आज उपयंत्री के नियमित पदों पर अनारक्षित श्रेणी में 12 पिछडा वर्ग के 4 अनुसूचित जाति के 5 उपयंत्री इलेक्ट्रिकल के पद पर अनारक्षित-1, 0जा0 का-1 तथा उपयंत्री मैकेनिकल के पद पर 01 अनारक्षित कर्मचारी की नियुक्ति की। साथ ही योजना अवधि के लिये भी 9 उपयंत्री तैनात किये गये हैं जिनमें अनारक्षित 5 अन्य पिछड़ा वर्ग का 01 तथा अ0जा0 के 3 कर्मचारी नियुक्त किये गये हैं।

       निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा आज वरियता चयन सूची जारी कर नियुक्त हुये उपयंत्रियों को अनिवार्य रूप से 02 मार्च 2009 तक उपस्थित होने के आदेश जारी किये हैं, नियुक्त किये गये उपयंत्री सिविल में उत्पल सिंह/शेर सिंह भदौरिया, सुनील/दीपनारायण भार्गव, राघवेन्द्र/स्व. लक्ष्मणराव अष्ठपुत्रे, अरविन्द्र सिंह/बैजनाथ वर्मा, कृपाशंकर/लालमानी त्रिपाठी, वेदप्रकाश/गंगाचरन निरंजन, मोहनलाल/केवलराम बामनिया, पवन कुमार/लोल शर्मा, सुरेश कुमार/मातादीन, पुष्पेन्द्र/राजेन्द्र कुमार, अवधेशप्रताप सिंह/गंगा सिंह, राजू/जगन्नाथ गोयल । अन्य पिछड़ा वर्ग में 4 पदों के विरूद्व धर्मेन्द्र/विजय सिंह, राजीव/गंगाप्रसाद सोनी, राकेश सिंह/कलियन सिंह, मनीष/महाराज सिंह । अ0जा0 के 5 पदों के विरूद्व ऊषा अरूण पुत्री श्री लखनलाल चौधरी, वीरेन्द्र कुमार/श्रीलाल शाक्य, बृजबिहारी/श्रीराम चन्सौलिया, राकेश/मांगीलाल, अजय कुमार/स्व. आशाराम शाक्यवार । उपयंत्री इलेक्ट्रिकल के अनारक्षित 2 पदों के विरूद्व मनोज कुमार/रतनप्रकाश सक्सैना। अ0जा0 के एक पद के विरूद्व रामबाबू दिनकर/लालाराम दिनकर, उपयंत्री मैकेनिकल नियमित पद पूर्ति में एक पद के विरूद्व शैलेन्द्र सक्सैना/आर.बी. सक्सैना की नियुक्ति की गई। आज जारी इस नियुक्ति सूची के साथ ही योजना अवधि के लिये भी जिन उपयंत्रियों की नियुक्ति की गई हैं उनमें 6 अनारक्षित पदों के विरूद्व बृजकिशोर त्यागी/जे.पी.त्यागी, बसुकांत बिरथरिया/व्ही.डी. बिरथरिया, विशालराज रामकर/डॉ. जे.बी.रामकर, प्रियंका श्रीवास्तव, राजेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, राजेश सिंह परिहार/भागीरथ सिंह परिहार । अन्य पि00 के लिये आरक्षित एक पद के विरूद्व लाखन सिंह कुशवाह/मुन्नालाल कुशवाह । अ0जा0 के लिये 3 पदो के लिये नरेन्द्र सिंह सखवार/रामकुमार सखवार, वासुदेवप्रसाद/स्व. श्री मंगलिया रामशाक्या, गोविन्दबिहारी/श्रीराम चन्सौलिया नियुक्त किये गये।