मंगलवार, 21 अक्तूबर 2008

कालीकट केरला और गुड़गांव सेमीफाइनल में

कालीकट केरला और गुड़गांव सेमीफाइनल में

द्वितीय सभा ग्वालियर स्वर्ण कप फुटबॉल स्पर्धा

ग्वालियर दिनांक 20.10.2008: कालीकट केरला और अमेटी यूनाईटेड फुटबॉल क्लब गुड़गांव ने आज यहां अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मैच में विजय दर्ज कर द्वितीय अखिल भारतीय ग्वालियर स्वर्ण कप फुटबॉल प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश कर किया।

       जीवाजी विश्वविद्यालय के महादजी सिंधिया खेल परिसर पर नगर निगम की मेजबानी में चल रही अखिल भारतीय फुटबॉल प्रतियोगिता के आज खेले गये पहले क्वार्टर फाइनल मैच में कालीकट केरला ने बिहार पुलिस पटना को शून्य के मुकाबले दो गोलों से पराजित किया।  मध्यांतर तक मुकाबला गोलरहित रहा। दोनों ही टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुये एक दूसरे पर हमले किये लेकिन दुर्भाग्य से गोल करने में कामयाबी नहीं मिली। एक तरह से देखा जाये तो पहला हाफ नीरस रहा। प्रतियोगिता में अब तक तीन मैच जीत चुकी केरला की टीम ने आज अपने पिछले मैचों की तरह प्रदर्शन नहीं किया जबकि बिहार के खिलाड़ी इतने सशक्त नहीं थे जो उनके हमलों का जमकर प्रतिरोध कर पाते। केरला के लचर प्रदर्शन ने दर्शकों को भी निराश किया। हाफ टाइम के बाद खेल की शुरूआत में ही केरला ने खेल में तेजी लाते हुये हमला बोला और 49 वे मिनट में अखिलेश ने अपनी सूझ-बूझ और विपक्षी खिलाड़ियों को छकाते हुये गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। एक गोल से पिछड़ी बिहार पुलिस ने भी गोल उतारने के कई प्रयास किये लेकिन केरला की रक्षापंक्ति को भेद पाने में असफल रहे। इस दौरान चल रही जद्दोजहर के बीच 72 वे मिनट में केरला को एक और कामयाबी मिली जब मनीष ने अपने साथी खिलाड़ी से मिले पास पर नियंत्रण कर बॉल को गोलकीपर की बायीं ओर से जाल में डाल दिया। दो गोल की बढ़त लेने के बाद केरला ने सुरक्षात्मक खेल का प्रदर्शन किया और बिहार पुलिस के कई हमलों को विफल कर टीम 2-0 से जीत दिलायी।

       आज खेले गये दूसरे क्वार्टर फाइनल मैच में अमेटी यूनाईटेड फुटबॉल क्लब गुड़गांव ने सेन्ट्रल रेल्वे नागपुर को कड़े संघर्ष में 3-0 से शिकस्त देकर अंतिम चार में खेलने की जगह बनायी। यह मुकाबला भी मध्यांतर तक गोलरहित रहा। शानदार प्रदर्शन के बावजूद दोनों ही टीमों को गोल करने में कामयाबी नहीं मिल पायी। मध्यांतर पश्चात गुड़गांव के खिलाड़ियों ने अपनी रणनीति में बदलाव लाते हुये एक के बाद एक हमले बोलकर विपक्षी टीम पर दबाव बनाया और 69 वे, 71 वे और 79 वे मिनट में लगातार तीन गोल ठोककर सेन्ट्रल रेल्वे नागपुर के खिलाड़ियों के हौंसले पस्त हो गये और हथियार डालकर खेलने को मजबूर हुई। टीम को अंतत: 3-0 से हार का मुंह देखना पड़ा। गुड़गांव के लिये जितेन्द्र सिंह, अन्नी और श्यामसुंदर ने गोल बनाये।

       आज के अंतिम व तीसरे क्वार्टर फाइनल मैच में बी.एस.एफ. जालंधर ने डी.एल.डब्ल्यू. वाराणसी ने एक के मुकाबले तीन गोलों से पराजित कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। मुकाबला शुरू से ही जबरदस्त रहा। दोनों ही टीमें अनुभवी और सशक्त खिलाड़ियों से सुसज्जित थीं। मध्यांतर तक जालंधर ने 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। मैच का पहला गोल 8 वे मिनट में अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी विशाल ने अपने एकल प्रयास से किया। दूसरा गोल 29 वे मिनट में संतोष सिंह ने विपक्षी डी में सुरक्षा पंक्ति को धता बताते हुये किया। दो गोल की बढ़त लेकर जालंधर की टीम के हौंसले बुलंद हे गये और हाफ टाइम के बाद खेल में और अधिक तेजी लाते हुये हमलों का सिलसिला जारी रखा, जिसके फलस्वरूप 63 वे मिनट में संतोष सिंह ने एक और गोल ठोककर टीम को 3-0 की अग्रता दिलायी, लेकिन इसके तुरंत बाद हुये जवाबी हमले में वाराणसी के मनमीत सिंह ने गोल ठोककर गोल अंतर 3-1 कर दिया। लेकिन इसके बाद का खेल पूरी तरह सुरक्षात्मक हो गया। दोनों ही ओर से किये गोल करने के प्रयास नाकाम साबित हुये। अंतत: जालंधर 3-1 से विजयी होकर अंतिम चार में खेलने की हकदार बनी।

       आयोजन सहसचिव सत्यपान सिंह चौहान ने बताया कि कल 21 अक्टूबर को दो सेमीफाइल मैच खेल जायेंगे। पहला मैच 12.30 बजे से बी.एस.एफ. जालंधर और स्टेट बैंक ऑफ चेन्नई तथा दूसरा मैच 2.30 बजे से अमेटी यूनाईटेड फुटबॉल क्लब गुड़गांव और कालीकट केरला के बीच खेला जायेगा।

 

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