उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा के.आर.जी. कॉलेज में करीबन 78 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण
ऑडीटोरियम जीर्णोध्दार व अत्याधुनिक कम्प्यूटर लेव सहित अन्य सौगातों की घोषणा
ग्वालियर 29 सितम्बर 08। उच्च शिक्षा एवं जल संसाधन मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने सोमवार को कमलाराजा कन्या महाविद्यालय में करीबन 78 लाख रूपये लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने जिन कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें अपनी माँ स्वर्गीय उर्मिल मिश्र की स्मृति में खुद की धनराशि से बनवाया गया कन्या विश्रान्ति कक्ष भी शामिल है। इसके अलावा जनभागीदारी योजना से निर्मित बायोटेक विभाग व माइक्रो बायोलॉजी लेव के भवन तथा नवनिर्मित चार नवीन कक्षों का भी उन्होंने लोकार्पण किया। उच्च शिक्षा मंत्री ने महा विद्यालय में अत्याधुनिक व डिजटल कम्प्यूटर लेव एवं महाविद्यालय के ऑडीटोरियम का जीर्णोध्दार कर उसे आधुनिक बनाने सहित अन्य सौगातों की घोषणा भी इस अवसर पर की। प्रदेश के इस सबसे बड़े महाविद्यालय में छात्राओं के कौशल व ज्ञान में बढोत्तरी के लिए शिक्षण सत्र में विभिन्न विषयों पर चार उच्च स्तरीय सेमीनार आयोजित करने पर श्री मिश्रा ने बल दिया। उन्होंने कहा सेमीनारों के लिए राज्य शासन द्वारा पर्याप्त धनराशि मुहैया करा दी जायेगी।
लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता शिक्षाविद् श्री बैजनाथ शर्मा ने की। समारोह में अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री श्याम बिहारी मिश्र, कमलाराजा कन्या महा विद्यालय की जन भागीदारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा सहित नगर के विभिन्न महाविद्यालयों की जन भागीदारी समितियों से जुड़े पदाधिकारी सर्व श्री प्रकाश लोहिया, शिवेन्द्र सिंह राठौर, अनिल शर्मा, राजेश जैन, वीरेन्द्र गुर्जर तथा प्राध्यापकगण, छात्र संघ पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्रायें मौजूद थीं।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा बजट में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी की है। सरकार इस बात के लिए दृढ़ संकल्पित है कि शिक्षा के क्षेत्र में अधोसंरचना के विस्तार के साथ-साथ मानव संसाधन भी पर्याप्त हो। इस कड़ी में सरकार ने प्राध्यापकों के 680 तथा व्याख्याताओं के 1780 पद मंजूर किये हैं। इन पदों के लिए होने वाली भर्ती में अतिथि विध्दानों को आयु सीमा में छूट दी जायेगी। साथ ही अनुभव के अंक भी दिये जायेंगे। श्री मिश्रा ने कहा कि अगले शिक्षण सत्र में महाविद्यालयों के शैक्षणिक स्टाफ में कमी नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 350 प्राध्यापकों/ व्याख्याताओं की भर्ती की जायेगी।
उच्च शिक्षा मंत्री ने हिन्दी के साथ कम्प्यूटर शिक्षा व अन्य भाषाओं का ज्ञान बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक पाठयक्रमों में अध्यनरत छात्रायें संबंधित विषयों में अपने आपको पारंगत करें। श्री मिश्रा ने कहा यहां की छात्राओं को रोजगार दिलाने (प्लेसमेण्ट) में सरकार हर संभव मदद करेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ शिक्षाविद् श्री बैजनाथ शर्मा ने कहा कि समृध्द व समर्थ भारत के निर्माण के लिए शिक्षक बेहतर ढ़ंग से अपने दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने कहा शिक्षक ही सही मायने में राष्ट्र निर्माता हैं और वे ही कल के राष्ट्र निर्माताओं का सृजन करते हैं। उन्होंने महाविद्यालय में बड़े पैमाने पर विकसित हुई अधोसंरचना की तुलना एक सुन्दर पुष्प से करते हुये कहा कि पुष्प का महत्व उसकी सुन्दरता से अधिक उसकी सुगंध से होता है। अत: यहां विकसित हुई अधोसंरचना की सार्थकता तभी सिध्द होगी जब यहां से पढ़- लिखकर निकली पीढ़ी समर्थ होकर अपने ज्ञान की खुशबू बिखेरेगी।
महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा ने जानकारी दी कि गत तीन वर्षो के दौरान यहां करीबन ढ़ाई करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों को मूर्तरूप दिया गया है। इन कार्यों में करीबन 46 लाख रूपये की लागत से दो चरणो में बने कामर्स विभाग, 63 लाख रूपये की लागत से कम्प्यूटर विभाग, करीबन 37 लाख रूपये लागत के तीन नवीन कक्ष, 40 लाख रूपये की लागत से छात्रावास में 10 नये कक्ष समेत लेट्रिन व बाथरूम निर्माण, 9 लाख रूपये लागत से बायोटेक विभाग का द्वितीय तल, 15 लाख रूपये लागत से माइक्रोबायलोजी लेब, 15 लाख रूपये की लागत से वार्डन हाउस तथा करीबन 30 लाख रूपये की लागत से स्वशासी विभाग, फिजिक्स, बी कॉम, कम्प्यूटर कक्ष की छत व सभी पर आधुनिक कोटा स्टोन की फर्शनिंग आदि कार्य प्रमुख हैं।
आरंभ में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना भारद्वाज ने स्वागत उद्बोधन एवं महाविद्यालय की मांगें रखीं। अन्त में आभार प्रदर्शन यहां की छात्र परामर्श दाता डॉ. सुमन ध्रुव ने किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें