रविवार, 5 अक्टूबर 2008

बोरी बन्धान बनाकर बहते पानी को रोकने के निर्देश

बोरी बन्धान बनाकर बहते पानी को रोकने के निर्देश

 

ग्वालियर 1 अक्टूबर 08। बोरी बन्धान बनाकर बहते पानी को रोकने के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने दिये है।

       श्री शर्मा ने जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं सभराई, मोहनगढ दगियापुरा, करहिया मिलीवाटर के परियोजना अधिकारियों को दिये गये निर्देशों में कहा है कि वर्षाती नदी एवं नालों में पानी प्रचुर मात्रा में है। यदि इन्हें वर्षा काल समाप्त होते ही चयनित स्थान पर बांध दिया जाये तो इससे न सिर्फ सिंचाई हेतु अतिरिक्त जल उपलब्ध होगा, साथ ही आस-पास के क्षेत्र का जल स्तर भी बढ़ेगा। ऐसे बंधानो पर ज्यादा व्यय भी नहीं होता है तथा बोरियों में गिट्टी रेत भरकर उन्हें परत दर परत लगाया जाकर नदी एवं नालों के बहाव को रोक दिया जाता है जिससे पानी एकत्रित हो सके। ऐसे बंधानों को चिन्हित कर कार्ययोजना तत्काल तैयार की जावे। बोरी बंधान कार्य न्यून राशि में कम तकनीकी अल्प अवधि में निर्मित कर अधिकाधिक जल संग्रहण करने का तरीका है। गत वर्ष अनेकों बोरी बंधान कराये गये थे। वर्तमान में वर्षा ऋतु समाप्ति पर है एवं वर्षाती नदी एवं नालों में जल भराव धीरे-धीरे कम होता जायेगा। इसके लिये सर्वप्रथम जनपद स्तर पर कार्यरत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के तकनीकी अमले के साथ -साथ सहायक विकास विस्तार अधिकारी एवं ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक बुलाकर बोरी बंधान के लिए स्थल चयन कर कार्ययोजना तैयार की जावे एवं कार्ययोजना के अनुरूप कलास्टर बनाकर उपयंत्री एवं सहायक विकास विस्तार अधिकारियों को दिया जाये ताकि समस्त चयनित स्थानों पर बोरी बंधान निर्माण कार्य अभियान के रूप में पूर्ण कराया जा सके। बोरी बंधान कार्यो की समीक्षा जिला स्तर पर आयुक्त ग्वालियर संभाग ग्वालियर द्वारा बैठक में की जावेगी।

 

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